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पीएम नरेंद्र मोदी के लिए आ रहा एक खास विमान, अमेरिकी प्रेसिडेंट के पास ही है ऐसी तकनीक

अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए बोइंग 777 क्लास के दो विमान आ रहे हैं, जो तकनीकी और सुरक्षात्मक खूबियों के मामले में एयरफोर्स-वन के समकक्ष करार दिए जा सकते हैं.

Updated on: 06 Oct 2019, 03:03 PM

highlights

  • अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए बोइंग 777 क्लास के दो विमान आ रहे हैं.
  • पीएम की लंबी यात्राओं के लिए दो विमानों का यह बेड़ा 2020 तक शामिल हो जाएगा.
  • एंटी मिसाइल तकनीक विमान को मिसाइल हमले के दौरान सुरक्षा कवच प्रदान करेगी.

नई दिल्ली:

अमेरिकी राष्ट्रपति का एयरफोर्स-वन विमान अपने सुरक्षा फीचर्स की वजह से हवा में उड़ता किला करार दिया जाता है. एयरफोर्स-वन की सबसे बड़ी खासियत उसका मिसाइल रक्षा प्रणालियों से लैस होना है. हालांकि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए बोइंग 777 क्लास के दो विमान आ रहे हैं, जो तकनीकी और सुरक्षात्मक खूबियों के मामले में एयरफोर्स-वन के समकक्ष करार दिए जा सकते हैं. पीएम की लंबी दूरी यात्राओं के लिए आ रहे दो विमानों का यह बेड़ा 2020 तक शामिल हो जाएगा. इसका प्रयोग जरूरत पड़ने पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू भी कर सकेंगे.

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मिसाइल का हमला रोकने में सक्षम
एंटी मिसाइल तकनीक से लैस नए विमानों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ऑफिस की तरह, बैठक कक्ष और संचार प्रणालियों होंगी. खास धातु से बने विमान में तमाम अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं. इसकी एंटी मिसाइल तकनीक विमान को मिसाइल हमले के दौरान सुरक्षा कवच प्रदान करेगी. चालक दल के एक्शन में आए बगैर यह अपना काम करेगा. पायलट को बस सूचित किया जाएगा कि एक मिसाइल का पता लगा है और सिस्टम उसे वहीं जाम कर देगा. इन्हें ईंधन भरने के लिए लैंड नहीं करना पड़ेगा यानी इनमें हवा में ही ईंधन भरा जा सकेगा. इस खूबी के बलबूते यह अमेरिका और भारत के बीच बगैर रुके सीधी उड़ान भर सकेंगे.

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19 करोड़ डॉलर का समझौता
इनमें अमेरिकी राष्ट्रपति के एयरफोर्स-वन में इस्तेमाल किया गया Self-Protection Suites (SPS) भी होगा. इस सुरक्षा प्रणाली में बड़े विमान इन्फ्रारेड काउंटरमेजर्स, इंटीग्रेटेड डिफेन्सिव इलेक्ट्रॉनिक युद्ध सूट और काउंटर-मेजर वितरण सिस्टम शामिल है. ये दुश्मन के रडार को जाम कर सकते हैं और उनके मिसाइलों का रास्ता भी बदल सकते हैं. इसी साल फरवरी में अमेरिका इस विमान के लिए दो मिसाइल डिफेंस सिस्टम बेचने पर सहमत हो गया था. एंटी मिसाइल तकनीक को एयर इंडिया वन में लगाने के लिए करीब 19 करोड़ डॉलर का समझौता हुआ था.

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फिलहाल बोइंग बी 747 का हो रहा है इस्तेमाल
फिलहाल भारतीय राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री एयर इंडिया के बोइंग बी 747 विमानों का प्रयोग करते हैं. चार्टर्ड बोइंग बी 747 विमान लगभग दो दशक से अधिक पुराने हैं. जरूरत पर ये विमान अस्थायी रूप से कॉन्फ़िगर किए जाते हैं. दक्षिण ब्लॉक के अधिकारियों के अनुसार डलास में बोइंग सुविधा में कॉन्फ़िगर किए जा रहे ये दो विमान सुरक्षा उपायों के मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति की वायु सेना के विमान के बराबर होंगे.