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'मैं अभी आडवाणी की तरह राजनीति से रिटायर होने नहीं जा रहा हूं': देवेगौड़ा

तीन साल पहले उन्होंने ने ही यह घोषणा भी की थी कि वो अब लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. लेकिन अब परिस्थितियां कुछ ऐसी बनी हैं कि उन्हें दबाव के चलते चुनाव लड़ना पड़ रहा है.

Updated on: 19 Apr 2019, 12:11 PM

नई दिल्ली:

जेडीएस चीफ और पूर्व प्रधानमंत्री एचडीदेवेगौड़ा से जब उनके लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabh Election 2019) लड़ने के बारे में पूछा गया तब उन्होंने बताया कि, वो भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी की तरह राजनीति से रिटायर नहीं होंगे. जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बनेंगे तब वो उनके साथ होंगे.  उन्होंने आगे कहा कि, 'तीन साल पहले उन्होंने ने ही यह घोषणा भी की थी कि वो अब लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. लेकिन अब परिस्थितियां कुछ ऐसी बनी हैं कि उन्हें दबाव के चलते चुनाव लड़ना पड़ रहा है. यहां कुछ भी छुपा हुआ नहीं है, मेरी कोई महात्वाकांक्षा नहीं है लेकिन मैं हमेशा से यही कहता रहा हूं कि मैं सक्रिय राजनीति से रिटायर नहीं हो रहा हूं.' आपको बता दें कि देवेगौड़ा कर्नाटक की तुमकुर लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार जीएस बसवराज के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे हैं.

जब उनसे पूछा गया कि क्या अब वो भी आडवाणी की तरह से रिटायरमेंट चाहेंगे तब उन्होंने एक परिचित अंदाज में बताया कि 'सबसे पहले मैं अपनी पार्टी को बचाउंगा और फिर अपने ऑफिस की इमारत को'. उन्होंने अपने बेटे और कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि संभावना है कि देवेगौड़ा एक सर्वसम्मत उम्मीदवार के रूप में प्रधानमंत्री बन सकते हैं. उन्होंने आगे कहा, मैं इस बात से परेशान नहीं हूं, मेरी चिंता है कि मोदी संसद में आएंगे. मुझे आभास है, अगर राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे, तो मैं उनके साथ बैठूंगा. यह आवश्यक नहीं है कि मैं प्रधानमंत्री ही बनूं. 

कांग्रेस पार्टी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को जताते हुए देवेगौड़ा ने कहा, मैडम सोनिया गांधी ने भी देवेगौड़ा को समर्थन देने का मन बना लिया था, जबकि मेरी पार्टी बहुत ही छोटी है. तो अब मेरी भी ये जिम्मेदारी बनती है कि मैं भी कांग्रेस के साथ ही कदम मिलाकर आगे बढ़ूं. यद्यपि मैं कुछ राज्यों में बिना किसी सवाल के किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करने को तैयार हूं, लेकिन तमिलनाडु में कांग्रेस ने डीएमके के साथ और महारष्ट्र में शरद पवार की पार्टी के साथ गठबंधन बना लिया है.