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जम्मू-कश्मीर से धारा 370 तो बहुत पहले ही हट जानी चाहिए थीः अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को फिर दोहराया कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 काफी समय पहले ही हट जानी चाहिए थी.

Updated on: 11 Aug 2019, 12:58 PM

highlights

  • अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 पहले ही हटनी चाहिए थी.
  • आतंकवाद समेत राज्य में बेरोजगारी और भेदभाव का मूल रही धारा 370.
  • उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू पर लिखी किताब का किया विमोचन.

चेन्नई.:

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को फिर दोहराया कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 काफी समय पहले ही हट जानी चाहिए थी. ऐसे में देश का गृह मंत्री बनने के बाद मेरे इस मसले पर विचार बिल्कुल स्पष्ट थे. जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के परिणामों को लेकर मेरे मन में ना तो कोई दुविधा थी और ना ही भ्रम. मुझे अच्छे से पता है कि इसका परिणाम क्या निकलेगा. मुझे पूरा विश्वास है कि कश्मीर से आतंकवाद का पूरी तरह से सफाया हो जाएगा और राज्य विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा.

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उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू पर लिखी किताब का विमोचन
उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू पर लिखी किताब 'लिसनिंग, लर्निंग एंड लीडिंग' का लोकार्पण करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा मेरा शुरुआत से दृढ़ मत था कि जम्मू-कश्मीर को विशेष प्रावधानों के जरिए खास दर्जा देने वाली धारा 370 को हटाया जाना चाहिए, क्योंकि यह देश के लिए किसी भी लिहाज से हितकारी नहीं है. फिर जब मैं सांसद बना और फिर गृहमंत्री का पदभार संभाला तभी मैंने तय कर लिया था कि मुझे इस विभेदनकारी धारा को जम्मू-कश्मीर से हटाना ही है. उन्होनें फिर जोर देकर कहा कि धारा 370 के हटते ही कश्मीर से आतंकवाद खत्म हो जाएगा. साथ ही राज्य प्रगति के रास्ते पर आगे बढ़ चलेगा.

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राज्यसभा में भी दोहरा चुके हैं यही बात
गौरतलब है कि सोमवार को राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने का प्रस्ताव रखते समय भी गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था जम्मू कश्मीर में आतंकवाद की जड़ भी 370 है. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर की जनता जम्हूरियत चाहती है. उन्होंने कहा कि 370 की वजह से ही जम्मू कश्मीर का विकास नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में गरीबी के पीछे भी धारा 370 ही है. उन्होंने कहा कि 35 A के कारण ही हुनरमंद लोग जम्मू कश्मीर नहीं जाते.

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बीजेपी धर्म की राजनीति नहीं करती
उन्होंने यह भी कहा था कि हम धर्म की राजनीति नहीं करते हैं. जम्मू कश्मीर में सिर्फ मुस्लिम नहीं रहते हैं. घाटी में मुसलमान, हिंदू, सिख, जैन सभी रहते हैं. उन्होंने कहा कि धारा 370 अच्‍छी है तो सबके लिए है और बुरी है तो सबके लिए बुरी है. अमित शाह ने कहा कि धारा 370 ने जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और घाटी के लोगों का बहुत नुकसान किया है. शरणार्थियों को आज तक नागरिकता नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि आर्टिकल 370 अस्थाई था और इसे कभी न कभी हटना था, लेकिन पिछली सरकारों ने वोट बैंक के लिए इसे हटाने की हिम्मत नहीं की.