logo-image

महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच RSS प्रमुख मोहन भागवत से मिल सकते हैं नितिन गडकरी

दोनों दलों के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान जारी है. ऐसे में इस सप्ताहांत में वहां राष्ट्रपति शासन लागू किया जा सकता है.

Updated on: 07 Nov 2019, 12:42 PM

नई दिल्‍ली:

बीजेपी और शिवसेना में महाराष्ट्र सरकार के गठन को लेकर हो रही खींचतान के बीच केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी गुरुवार को यहां अपने मुख्यालय पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात कर सकते हैं. सूत्रों ने यह जानकारी दी. ऐसी उम्मीद की जा रही है कि गडकरी और भागवत, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और शिवसेना को लेकर राजनीतिक परिदृश्य पर चर्चा कर सकते हैं. ज्ञात हो कि दोनों दलों के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान जारी है. ऐसे में इस सप्ताहांत में वहां राष्ट्रपति शासन लागू किया जा सकता है.

यह भी पढ़ें: करतारपुर गलियारा: हरियाणा सरकार गुरदासपुर तक श्रद्धालुओं के लिए नि:शुल्क यात्रा का प्रबंध करेगी

शिवसेना के सांसद राउत ने गुरुवार को फिर दोहराते हुए कहा कि महाराष्ट्र में अगली सरकार उनकी पार्टी बनाएगी और मुख्यमंत्री भी उनकी पार्टी का ही होगा, हालांकि यह कैसे होगा, इस बारे में उन्होंने कोई खुलासा नहीं किया. एक अनुभवी राजनेता, पूर्व राज्यमंत्री, पूर्व भाजपा अध्यक्ष व 'संकटकाल के पहलवान' के तौर पर प्रसिद्ध गडकरी के संबंध आरएसएस और अन्य सभी राजनीतिक दलों के साथ अच्छे हैं.

इस बीच नितिन गडकरी का बयान भी सामने आया है. उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र में सरकार को लेकर जल्द फैसला आएगा. सरकार देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में ही बनेगी. आरएसएस और मोहन भागवत का इससे कोई लेना देना नहीं है.

यह भी पढ़ें: Live: शिवसेना को विधायकों के टूटने का डर, 5 स्टार होटल में शिफ्ट किया गया

भागवत के साथ गडकरी की बैठक के अलावा बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल बी. एस कोशियारी से मुलाकात करेगी, वहीं ठाकरे भी अपने नवनिर्वाचित विधायकों को संबोधित करेंगे