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'अगर निर्भया के गुनहगारों को फांसी देने से बलात्कार रुकता हो, तो उन्हें तुरंत लटका दिया जाए'

निर्भया के दोषियों के वकील एपी सिंह ने कहा है कि अगर चारों दोषियों को फांसी देने से महिलाओं पर होने वाले अपराध और बलात्कार रुकते हों, तो उन्हें तुरंत ही लटका देना चाहिए.

Updated on: 13 Dec 2019, 11:01 AM

New Delhi:

निर्भया के गुनाहगारों की पटियाला हाउस कोर्ट में थोड़ी ही देर में वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेशी होने जा रही है. अदालत ने निर्भया के अभिभावकों की याचिका पर तिहाड़ जेल प्रशासन से दोषियों के समक्ष उपस्थित कानूनी विकल्पों पर जानकारी देने को कहा है. इस पेशी से पहले निर्भया के दोषियों के वकील एपी सिंह ने कहा है कि अगर चारों दोषियों को फांसी देने से महिलाओं पर होने वाले अपराध और बलात्कार रुकते हों, तो उन्हें तुरंत ही लटका देना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बलात्कार के आरोपियों को सरे राह गोली से उड़ाने की वकालत करने वाले विधायिका के लोग वास्तव में संविधान का अपमान ही कर रहे हैं.

निर्भया के अभिभावकों की अपील पर आज एडिशनल सेशन जज सतीश कुमार अरोड़ा की कोर्ट में चारो दोषियों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पेशी है. निर्भया के माता पिता कोर्ट रूम में पहुंच चुके हैं. सुनवाई से पहले निर्भया के दोषियों के वकील एपी सिंह ने कहा, 'संसद में बैठकर जो लोग ऐसे अपराधियों को सरे राह गोली मारने की पैरवी कर रहे हैं. वास्तव में वह लोकतंत्र के मंदिर में बैठकर संविधान का अपमान कर रहे हैं. क्या कोई इस बात की गारंटी ले सकता है कि दोषियों को फांसी देने के बाद महिलाओं पर होने वाले अपराध और बलात्कार की घटनाएं रुक जाएंगी?'