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मौत की आहट से निर्भया के गुनाहगारों के होश उड़े, खाना-पीना छूटा नींद गायब

तिहाड़ में बंद निर्भया के चारों आरोपियों को अपने हश्र का यकीन हो चला है. फांसी के फंदे से हर दिन कम होती दूरी ने उनके होश उड़ा दिए हैं. उनका खाना-पीना छूट गया और नींद गायब हो गई है.

Updated on: 12 Dec 2019, 05:11 PM

highlights

  • पटियाला हाउस कोर्ट में शुक्रवार को निर्भया के गुनाहगारों की वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेशी.
  • ऐसे संकेत हैं कि निर्भया के दोषियों को 29 दिसंबर को फांसी पर लटकाया जा सकता है.
  • निभर्या के गुनाहगारों का खाना-पीना छूट गया है और नींद गायब हो गई है.

New Delhi:

निर्भया के मां-बाप की याचिका पर पटियाला हाउस कोर्ट में शुक्रवार को निर्भया के चारों गुनाहगारों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पेशी होगी. निर्भया के अभिभावकों की अर्जी पर पिछली सुनवाई में कोर्ट ने चारों को 13 दिसंबर को पेश होने के लिए कहा था. इसके साथ ही निचली अदालत ने तिहाड़ जेल प्रशासन से दोषियों की याचिकाओं का स्टेटस भी तलब किया है. फांसी में देरी पर निर्भया के अभिभावकों ने अर्जी दायर कर कोर्ट से तिहाड़ जेल प्रशासन को फांसी की सज़ा पर जल्द अमल का निर्देश देने का आग्रह किया था.

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दोषियों की भूख-प्यास-नींद हुई गायब
इधर दया याचिका खारिज होने के बाद तिहाड़ में बंद निर्भया के चारों आरोपियों को अपने हश्र का यकीन हो चला है. फांसी के फंदे से हर दिन कम होती दूरी ने उनके होश उड़ा दिए हैं. उनका खाना-पीना छूट गया और नींद गायब हो गई है. इसके साथ ही तिहाड़ जेल प्रशासन ने फांसी की जगह समेत अन्य तैयारियां तेज कर दी हैं. ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि निर्भया के दोषियों को 29 दिसंबर को फांसी पर लटकाया जा सकता है. इसी दिन सिंगापुर के अस्पताल में निर्भया ने उपचार के दौरान दम तोड़ा था.

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24 घंटे रखी जा रही कड़ी नजर
तिहाड़ जेल के सूत्रों के मिली जानकारी के अनुसार निर्भया केस में फांसी की सजा पाए चारों दोषियों विनय, अक्षय, मुकेश और पवन पर जेल प्रशासन लगातार नजर रख रहा है. इन पर जेलकर्मियों के अलावा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल व तमिलनाडु पुलिस के जवान चौबीस घंटे नजर रख रहे हैं. इसकी बड़ी वजह इस बात की आशंका है कि घबराहट की स्थिति में कोई कैदी खुद को नुकसान या आत्महत्या की कोशिश जैसे कदम न उठा ले. इनके सेल के आसपास नियमित तौर पर लगे कैमरे के अलावा उच्च क्षमता वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. कैमरे की फुटेज की निगरानी के लिए जेल कर्मचारी 24 घंटे तैनात रहते हैं.

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बेचैनी ने घेरा सभी को
निर्भया गैंगरेप के दोषी अक्षय, मुकेश और मंडोली जेल से शिफ्ट किए गए पवन को तिहाड़ की जेल नंबर-2 के वार्ड नंबर-3 के तीन सेल में रखा गया है, जबकि चौथे कैदी विनय शर्मा को जेल नंबर-4 में रखा हुआ है. तिहाड़ जेल में हलचल से सभी दोषियों के चेहरों पर चिंता की लकीरें उभरने लगी हैं. सभी की नींद उड़ चुकी है. ये सभी न केवल घबराए हुए हैं, बल्कि ठीक से भोजन भी नहीं कर पा रहे हैं. फांसी की आहट का असर ये है कि अब दोषी अपने-अपने सेल में देर रात तक चक्कर काटते रहते हैं. किसी भी दोषी को कोई दवा नहीं दी गई है, लेकिन इन्हें तरल पदार्थ और ठोस भोजन इस तरह से दिया जा रहा है कि इनका रक्तचाप सही रहे.

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फांसी के फंदे और जल्लाद की व्यवस्था शुरू
तिहाड़ जेल प्रबंधन फांसी के फंदे की रस्सी बक्सर से मंगा सकता है. फिलहाल तिहाड़ में पांच रस्सी हैं, लेकिन बक्सर जेल प्रशासन से फांसी देने वाली स्पेशल 11 रस्सी मंगाए जाने की बात है. इन्हें जल्द मंगा लिया जाएगा, क्योंकि अगर इन चारों को फांसी दी जाती है तो तिहाड़ जेल के पास जो पांच रस्सियां हैं वह कम पड़ जाएंगी. इनमें से एक-दो रस्सी से ट्रायल भी किया जाना है. पूणे की यरवदा सेंट्रल जेल में भी ऐसी विशेष रस्सियां बनती हैं. लिहाजा तिहाड़ जेल प्रशासन वहां से भी रस्सी मंगा सकता है। इसके अलावा यूपी, महाराष्ट्र या फिर बंगाल से जल्लाद भी बुलाया जा सकता है.