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NIA को मिली बड़ी कामयाबी, हिज्बुल मुजाहिद्दीन के लिए काम करने वाले तीन युवकों को किया गिरफ्तार

आदिल बशीर शेख घाटी में पूर्व विधायक अजीज अहमद मीर की सुरक्षा में तैनात था और 28 सितंबर 2018 को वह 7 सरकारी एके 47 रायफल और विधायक का पिस्टल लेकर आतंकी संगठन में शामिल हो गया था

Updated on: 13 Mar 2019, 12:04 AM

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को जम्मू कश्मीर में आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दान से संबंध रखने वाले आरोपियों को पकड़ने में बड़ी कामयाबी मिली है. एनआईए की टीम ने जम्मू कश्मीर से परवेज वानी, जावेद डार और सब्जार ए कुमार को गिरफ्तार किया है जिनपर पर आरोप है कि हिज्बुल मुजाहिद्दीन में शामिल होने वाले स्पेश पुलिस ऑफिसर आदिल बशीर शेख को आतंकी संगठन में शामिल होने के लिए मदद दी थी. आदिल बशीर शेख घाटी में पूर्व विधायक अजीज अहमद मीर की सुरक्षा में तैनात था और 28 सितंबर 2018 को वह 7 सरकारी एके 47 रायफल और विधायक का पिस्टल लेकर आतंकी संगठन में शामिल हो गया था.

गौरतलब है कि एनआईए ने जांच के दौरान पाया था कि एसपीओ रहे आदिर बशीर शेख उसके सहयोगी यावर अहमद डार, और रफीक अहमद भट्ट ने हिज्बुल मुजाहिद्दीन की साजिश के तहत हथियार लेकर भागे थे. एऩआईए पहले ही रफीक को गिरफ्तार कर लिया था लेकिन आदिल और यावर अब भी फरार है.

गौरतलब है कि इससे पहले आज ही साइबर सिटी कहे जाने वाले गुरुग्राम में ईडी (Enforcement Directorate) ने एक बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने कश्मीरी कारोबारी ज़हूर एस वटाली का बंगला जब्त कर लिया है. ज़हूर एएस वटाली पर पर आतंकी हाफिज सईद की मदद का आरोप है. धनशोधन निरोधक अधिनियम (पीएमएल) के तहत ईडी ने ज़मूर अहमद शाह वटाली की गुरुग्राम में तकरीबन एक करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त किया है.

वटाली पर हाफिज सईद (लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा के संस्थापक), यूसुफ शाह (हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख) और अन्य लोगों का मददगार है और उनके इशारे पर फंड मुहैया करता था.

ईडी सूत्रों की मानें वटाली ने यह विला फलाह ए इंसानियत फाउंडेशन (FIF) के पैसों से खरीदा था, जिसे सईद पाकिस्तान में चलाता है. ये पैसा संयुक्त अरब अमीरात से हवाला के जरिए आया था. ईडी ने फरवरी में FIF के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला भी दर्ज किया था.