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देखें Video: जामिया यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी में पुलिस की लाठीचार्ज से पहले का सच

नए वीडियो में बड़ी संख्या में छात्र लाइब्रेरी में घुसते हुए दिखाई दे रहे हैं. कुछ के चेहरे पर नकाब है तो किसी के हाथ में पत्थर भी दिख रहे हैं.

Updated on: 16 Feb 2020, 09:44 PM

नई दिल्ली:

जामिया यूनिवर्सिटी के लाइब्रेरी में छात्रों को पुलिस द्वारा पीटने के मामले में दूसरा पहलू उजागर हुआ है. इस मामले में दूसरा वीडियो सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस की कार्यप्रणाली पर जो सवाल उठ रहे थे वो बंद हो गए. सबसे पहले बता दें कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी का पहला वीडियो जो सामने आया था उसमें पुलिस वाले लाइब्रेरी में बैठे छात्रों पर लाठीचार्ज करते दिखाई दे रहे हैं. वीडियो लाइब्रेरी के अंदर 15 दिसंबर को स्टूडेंट्स पर पुलिस की कार्रवाई से जुड़ा बताया जा रहा है.

लेकिन जो दूसरा वीडियो सामने आया है वो बेहद ही चौंकाने वाला है. नए वीडियो में बड़ी संख्या में छात्र लाइब्रेरी में घुसते हुए दिखाई दे रहे हैं. कुछ के चेहरे पर नकाब है तो किसी के हाथ में पत्थर भी दिख रहे हैं.

वीडियो में दिखाई दे रहा है कि छात्र लाइब्रेरी की टेबल को घसीटकर गेट के पास ले जाते हैं और उसे बंद कर देते हैं. इनमें से कुछ इशारों में एक-दूसरे से शांत रहने को कहते हैं. सीधा सा मतलब है कि वे लाइब्रेरी पढ़ने नहीं बल्कि छुपने आए थे.

अब इस वीडियो के सामने आने के बाद लोग यूनिवर्सिटी प्रशासन पर भी सवाल खड़े हुए हैं कि उसकी नाक के नीचे प्रदर्शनकारी लाइब्रेरी में कैसे घुस गए.

गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ 15 दिसंबर को जामिया इलाके में विरोध प्रदर्शन हुई. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आगजनी की. कई बसों में आग लगा दी थी.

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ये जो वीडियो सामने आए हैं उसपर विशेष पुलिस आयुक्त (खुफिया विभाग) प्रवीर रंजन ने कहा कि यह वीडियो पुलिस के संज्ञान में आया है और वे चल रही जांच प्रक्रिया के तहत इसकी भी जांच करेंगे. वहीं, जामिया समन्वय समिति ने कहा कि उसे यह वीडियो गुमनाम स्रोत से प्राप्त हुआ है. उसने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय ने लाइब्रेरी में पुलिस की कार्रवाई का वीडियो राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के साथ साझा किया है, जो इस प्रकरण की जांच कर रहा है.

वहीं, प्रियंका गांधी वाड्रा ने लाठीचार्ज वाले वीडियो को शेयर कर मोदी सरकार पर निशाना साधा था. ट्विटर पर वीडियो साझा करते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा,‘...इस वीडियो को देखने के बाद जामिया में हुई हिंसा को लेकर अगर किसी पर एक्शन नहीं लिया जाता है तो सरकार की नीयत पूरी तरह से देश के सामने आ जाएगी.’