logo-image

दिल्‍ली कांग्रेस के अध्‍यक्ष बनाए जा सकते हैं नवजोत सिंह सिद्धू

पिछले हफ्ते शीला दीक्षित के निधन के बाद से दिल्‍ली कांग्रेस का अध्‍यक्ष पद खाली चल रहा है. उधर पंजाब में मुख्‍यमंत्री अमरिंदर सिंह से तनातनी के चलते नवजोत सिंह सिद्धू ने मंत्री पद से इस्‍तीफा दे दिया है.

Updated on: 31 Jul 2019, 01:27 PM

highlights

  • अमरिंदर सिंह से तनातनी के बीच दे दिया था इस्‍तीफा
  • इधर शीला दीक्षित की मौत के बाद खाली चल रहा है पद

नई दिल्‍ली:

पंजाब में मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह से तनातनी के चलते सुर्खियों में रहे नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस बड़ा पद ऑफर कर सकती है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस नवजोत सिंह सिद्धू को दिल्‍ली कांग्रेस का अध्‍यक्ष बनाने जा रही है. यह भी कहा जा रहा है कि सिधू ने इस पद को स्‍वीकार करने के लिए हामी भी भर दी है. पिछले हफ्ते शीला दीक्षित के निधन के बाद से दिल्‍ली कांग्रेस का अध्‍यक्ष पद खाली चल रहा है. उधर पंजाब में मुख्‍यमंत्री अमरिंदर सिंह से तनातनी के चलते नवजोत सिंह सिद्धू ने मंत्री पद से इस्‍तीफा दे दिया है. 

यह भी पढ़ें : पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला से पूछताछ कर रही है ED, 113 करोड़ के घोटाले का है मामला

पिछले दिनों 20 जुलाई को दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित (Sheila Dikshit) का शनिवार को निधन हो गया था. 81 वर्षीय शीला दीक्षित लंबे समय से बीमार चल रही थीं. उनका इलाज एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में चल रहा था. शीला दीक्षित साल 1998 से 2013 तक लगातार 15 सालों तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं. शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस ने लगातार तीन बार दिल्ली में सरकार बनाई. कांग्रेस की दिग्गज नेता दीक्षित दिल्ली में सबसे लंबे समय तक काम करने वाली मुख्यमंत्री रही थीं.

15 जुलाई को नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब सरकार में मंत्री पद से इस्‍तीफा मुख्‍यमंत्री अमरिंदर सिंह को भेज दिया था, जिसे अमरिंदर सिंह ने मंजूर कर लिया था. बताया जा रहा था कि पंजाब में मंत्रालय बदले जाने से नवजोत सिंह सिद्धू नाराज चल रहे थे. उनके और मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था.

यह भी पढ़ें : आज से जम्मू कश्मीर में तैनात होंगे महेंद्र सिंह धोनी, 19 किलो का वजन लेकर सेना के साख लगाएंगे गश्त

सिद्धू के पास पहले स्थानीय स्वशासन विभाग था, मगर उनका विभाग बदलकर उन्‍हें ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग दे दिया गया. मंत्रालय बदले जाने के बाद भी नवजोत सिंह सिद्धू ने कार्यभार नहीं संभाला था.

14 जून को नवजोत सिंह सिद्धू ने जो इस्‍तीफे की कॉपी शेयर की थी, उस पर 10 जून की तारीख पड़ी है. इस्तीफे का लेटरहेड भी सिद्धू के पुराने विभाग का ही है. इसमें पूर्व क्रिकेटर ने कांग्रेस अध्यक्ष को संबोधित करते हुए महज दो लाइनों में लिखा है, 'मैं पंजाब कैबिनेट से मंत्री बतौर अपना इस्तीफा प्रेषित कर रहा हूं.'