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मोदी सरकार पर उमर अब्दुल्ला ने लगाया गंभीर आरोप, कहा 35-A से छेड़छाड़ नहीं की जाए

जम्मू-कश्मीर से 35-ए हटाना किसी सूरत में स्वीकार नहीं-उमर अब्दुल्ला

Updated on: 03 Aug 2019, 02:41 PM

highlights

  • राज्य के घटनाक्रम पर राज्यपाल से मिले उमर अब्दुल्ला.
  • 35-ए और 370 पर चल रही अफवाहों पर मांगा स्पष्टीकरण.
  • सोमवार को संसद में प्रधानमंत्री से मांगेगे आश्वासन.

श्रीनगर.:

नेशनल कांफ्रेस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राज्य में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती पर जनता के नुमाइंदों से केंद्र सरकार की ओर से दुराव-छिपाव का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि अमरनाथ यात्रा को बीच में रोक श्रद्धालुओं समेत पर्यटकों को राज्य से जाने के निर्देश समझ से परे हैं. इसके साथ ही तरह-तरह की अफवाहों का दौर अलग से चल रहा है. हालांकि हम इसके खिलाफ सड़कों पर धरना-प्रदर्शन कर किसी किस्म की साजिश को सफल नहीं होने देंगे. नेशनल कांफ्रेस पहले ही साफ कर चुकी है कि राज्य के रूप-स्वरूप से किसी तरह का खिलवाड़ या उसकी स्थिति में बदलाव को स्वीकार नहीं किया जाएगा. हालांकि इस बाबत राज्यपाल सत्यपाल मलिक से लेकर पीएम नरेंद्र मोदी तक ने ऐसा कुछ नहीं करने का आश्वासन दिया है. फिर भी हम सोमवार को संसद में प्रधानमंत्री से इस बाबत स्पष्टीकरण चाहते हैं.

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35-ए और 370 पर राज्य में असमंजस
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में भारी मात्रा में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती के अलावा अमरनाथ यात्रा को रद्द करने से राज्य में असमंजस की स्थिति है. इस पर कुछ बड़ा होने मसलन धारा 370 या 35-ए हटाए जाने की भी अफवाहें हैं. इस स्थिति में वास्तवकिता जानने के लिए नेशनल कांफ्रेंस के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला शनिवार को एक प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मिलने पहुंचे थे. संक्षिप्त मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि विद्यमान हालातों को लेकर हमने जब जानना चाहा, तो यही कहा गया है कुछ होने वाला है. लेकिन क्या होने वाला है, इस पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया.

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प्रधानमंत्री संसद में बताए हो क्या रहा है?
इसके साथ ही उमर अब्दुल्ला ने मांग की कि सोमवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही केंद्र सरकार को जम्मू-कश्मीर को लेकर वक्तव्य जारी कर राज्य में घट रही असाधारण गतिविधियों पर स्पष्टीकरण देना चाहिए. सरकार को बताना चाहिए कि अमरनाथ यात्रा बीच में रद्द करने समेत पर्यटकों से राज्य से निकल जाने की एडवाइजरी जारी करने की क्या वजह हो सकती है. हम संसद में सरकार की तरफ से आश्वासन चाहेंगे कि राज्य को लोगों को डरने की कोई जरूरत नहीं है.

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राज्यपाल ने किया आश्वस्त
राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात का मकसद पूछे जाने पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमने राज्यपाल को अवगत कराया कि राज्य में धारा 370 और 35-ए को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म है. इस पर राज्यपाल ने हमें आश्वस्त किया कि इस तरह की किसी भी तरह की घोषणा की सरकार की ओर से कोई तैयारी नहीं की जा रही है. हालांकि इस बाबत पूछे गए सवाल के जवाब में उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमारी पार्टी का रुख इन मसलों पर पहले से ही स्पष्ट है. हम धारा 370, 35-ए पर किसी भी तरह का बदलाव स्वीकार नहीं करेंगे. हालांकि नेशनल कांफ्रेस इसके खिलाफ सड़कों पर उतर कर किसी साजिश का हिस्सा भी नहीं बनना चाहती है.

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राजभवन ने भी जारी किया प्रेस वक्तव्य
हालांकि नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बात राज्यपाल सत्यपाल मलिक की ओर से भी एक प्रेस वक्तव्य जारी किया गया. इसमें कहा गया कि राज्य में जिस तेजी से सुरक्षा समीकरण बदले, उसके अनुरूप त्वरित प्रतिक्रिया देना वक्ती जरूरत है. सरकार के पास पुख्ता खुफिया जानकारी है कि आतंकवादी अमरनाथ यात्रा को निशाने बनाने की फिराक में हैं. ऐसी किसी अप्रिय स्थिति को टालने और आतंकी मंसूबों को धवस्त करने के लिए ही अमरनाथ यात्रा रद्द कर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. इसको लेकर किसी भी किस्म की अफवाह में आने की कोई जरूरत नहीं है. इसके साथ ही राज्यपाल ने राज्य के लोगों से शांति बनाए रखने की भी अपील की है.