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मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप कांड: मंत्री मंजू वर्मा के इस्तीफ पर बीजेपी में दो फाड़, सीपी ठाकुर ने मांगा इस्तीफा तो बचाव में उतरे डिप्टी सीएम सुशील मोदी

बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने मंजू वर्मा को लेकर सोमवार को ट्वीट किया, 'मंत्री वर्मा के खिलाफ कोई भी आरोप नहीं है। जो लोग आरोपित हैं और सीबीआई अदालत की तरफ से रेलवे टेंडर घोटाले में सम्मन पा चुके हैं

Updated on: 06 Aug 2018, 05:05 PM

पटना:

मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण मामले में जहां एक तरफ नीतीश सरकार पर समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के इस्तीफे का दबाव बढ़ता जा रहा है वहीं दूसरी तरफ बिहार में नीतीश की सहयोगी बीजेपी के नेताओं में ही इसे लेकर दो फाड़ नजर आने लगा है। बिहार के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी जहां खुलकर मंत्री मंजू वर्मा के समर्थन में उतर आए हैं, वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता सी़ पी़ ठाकुर ने मंत्री को इस्तीफा देने की बात कही है।

बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने मंजू वर्मा को लेकर सोमवार को ट्वीट किया, 'मंत्री वर्मा के खिलाफ कोई भी आरोप नहीं है। जो लोग आरोपित हैं और सीबीआई अदालत की तरफ से रेलवे टेंडर घोटाले में सम्मन पा चुके हैं, जिनकी दो दर्जन से ज्यादा बेनामी संपत्तियां ईडी और आयकर विभाग जब्त कर चुका है, वे इस मामले में नैतिकता को लेकर ज्ञान दे रहे हैं।'

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उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व मंजू वर्मा ने इस्तीफे से इंकार कर दिया है। मुजफ्फरपुर आश्रय गृह में मंजू वर्मा के पति का नाम सामने के बाद विपक्ष मंजू वर्मा से लगातार इस्तीफे की मांग कर रहा है।

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वरिष्ठ बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सी़ पी़ ठाकुर ने भी मंजू वर्मा के इस्तीफे की मांग की है। ठाकुर ने कहा, 'मंजू वर्मा को उनके विभाग के तहत चलाए जा रहे आश्रय गृह में जो हुआ, उसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए।'

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उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर की घटना समाज कल्याण विभाग की ही लापरवाही का परिणाम है। सीबीआई आश्रय गृह दुष्कर्म मामले की जांच कर रही है।

मुजफ्फरपुर आश्रय गृह में नाबालिगों से दुष्कर्म का मामला टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज मुंबई द्वारा आश्रय गृह के किए गए सोशल ऑडिट के आधार पर बिहार समाज कल्याण विभाग द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद सामने आया।