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बालिका गृह रेप कांड: कांग्रेस पार्टी के टिकट से मुजफ्फरपुर में लड़ने वाला था चुनाव, इसलिए फंसाया जा रहा है: ब्रजेश ठाकुर

ब्रजेश ठाकुर का कहना है कि जल्द ही वो कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने वाले थे इसलिए साज़िश के तहत उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है।

Updated on: 08 Aug 2018, 03:25 PM

नई दिल्ली:

मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप केस में आरोपी ब्रजेश ठाकुर का कहना है कि जल्द ही वो कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने वाले थे इसलिए साज़िश के तहत उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है। बुधवार को मीडिया से बात करते हुए ब्रजेश ठाकुर ने कहा, 'मैं कांग्रेस ज्वाइन करने वाला था, यह लगभग तय था कि मैं मुजफ्फरपुर से चुनाव लड़ता। मेरे साथ यह सब कुछ इसलिए भी हो रहा है। किसी लड़की ने मेरा नाम नहीं लिया है आप ख़ुद भी बात कर सकते हैं।

ब्रजेश ठाकुर ने कहा, 'मेरा कभी भी मधू (फरार) के साथ कोई संबंध नहीं था। यह केवल कुछ अख़बारों द्वारा प्रसारित किया जा रहा है जो मेरे समाचार पत्र के ऑफ़िस को बंद करना चाहते हैं। मेरे समाचार पत्र की वजह से उनका काम प्रभावित हो रहा था इसलिए यह सब करवाया जा रहा है।'

सेवा संकल्प व विकास समिति द्वारा संचालित बालिका गृह में 34 लड़कियों से दुष्कर्म की बात एक सोशल ऑडिट में सामने आई थी। बिहार समाज कल्याण विभाग ने मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) द्वारा बिहार के सभी आश्रय गृहों का सर्वेक्षण करवाया था, जिसके बाद इन नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था।

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इस सोशल ऑडिट के आधार पर मुजफ्फरपुर महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संस्था के संरक्षक ब्रजेश ठाकुर समेत 10 लोगों की गिरफ्तार कर लिया। अब ब्रजेश को मिलने वाली सभी सरकारी सुविधाएं एक-एक कर वापस ली जा रही हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सिफारिश के बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) ने इस आश्रय गृह दुष्कर्म मामले की जांच अपने हाथों में ली है।

इससे पहले बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़े अधिकारियों को बचाने का आरोप लगाया था।

RJD (राष्ट्रीय जनता दल) नेता तेजस्वी ने ट्वीट किया, 'मुख्यमंत्री व्यवस्था में खामी होने की बात करते हैं। उन्हें यह बताना चाहिए कि आखिर व्यवस्था देखने का काम किसका है और वह किस लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हैं।' 

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उन्होंने कहा, 'नीतीश जी, आप सब दोष दूसरों पर मढ़ते हैं। छोटे कर्मचारियों को फंसाते हैं। बड़े अधिकारियों को बचाते हैं क्योंकि उन्हें नहीं बचाया तो वो आपकी सारी पोल खोल देंगे।'

बता दें कि एक निजी संस्था द्वारा किए गए सर्वेक्षण में मुजफ्फरपुर बालिका आश्रय गृह में दुष्कर्म की बात सामने आई थी। इस मामले की रिपोर्ट मिलने के बाद मुजफ्फरपुर महिला थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई। इसके बाद विपक्ष की मांग के बाद मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश कर दी। सीबीआई जांच की निगरानी पटना हाई कोर्ट कर रहा है।