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अविश्वास प्रस्ताव पर मोदी सरकार का साथ देंगे नीतीश, कहा- हम साथ हैं

केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर जारी चर्चा के बीच जहां शिवसेना ने मोदी सरकार को झटका देते हुए चर्चा से बाहर रहने और वोटिंग न करने का फैसला किया है।

Updated on: 20 Jul 2018, 12:27 PM

नई दिल्ली:

केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर जारी चर्चा के बीच जहां शिवसेना ने मोदी सरकार को झटका देते हुए चर्चा से बाहर रहने और वोटिंग न करने का फैसला किया है। वहीं जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने सरकार के लिए राहत की खबर देते हुए सरकार का साथ देने की बात की है।

जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार ने शिवसेना के चर्चा का बहिष्कार किए जाने के सवाल पर कहा,' वो अपना जानें, हम तो सरकार के साथ हैं।'

गौरतलब है की नीतीश की ओर से अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार का समर्थन किए जाने की बात से एनडीए सरकार ने थोड़ी राहत की सांस ली है।

आपको बता दें कि लोकसभा में जारी चर्चा के दौरान टीडीपी ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि आंध्र-प्रदेश के इतिहास में पहली बार ऐसा पीएम मिला है जिसने सिर्फ खाली वादे किए हैं।

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इससे पहले केंद्र की मोदी सरकार को अपने कार्यकाल के दौरान पहली बार ' अविश्वास प्रस्ताव' का सामना करना पड़ रहा है। जहां आज (शुक्रवार) को सदन के पटल पर होने वाले फ्लोर टेस्ट को लेकर मोदी सरकार पूरी तरह से आश्वस्त है वहीं यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने पास संख्या-बल होने का दावा किया है।

क्या है लोकसभा का गणित

अंकगणित के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पास कुल 273 सांसद हैं। वहीं अगर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सभी सहयोगियों को मिला दिया जाए तो आंकड़ा 310 के पार चला जाता है।

वहीं संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के पास मात्र 63 सांसद हैं। जबकि अन्य दलों के कुल 157 सासंद है। आंकड़ो के मुताबिक अगर सभी विपक्षी दलों को मिला भी दिया जाए तो भी सरकार के लिए कोई ख़तरा नज़र नहीं आता।

हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि वोटिंग के दौरान एआईएडीएमके के 37 और टीआरएस के 11 सांसद सदन में अनुपस्थित रहेंगे। ऐसे में बीजेपी के लिए कहीं से कोई ख़तरा नज़र नहीं आता।

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