logo-image

मोदी हुकूमत बच्‍चों पर जुल्‍म कर रही, बेटियों को मार रही है, शर्म नहीं है इनको : असदुद्दीन ओवैसी

AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, 'हम जामिया के तमाम बच्‍चों के साथ हैं. यह हुकूमत बच्‍चों पर जुल्‍म कर रही है.

Updated on: 03 Feb 2020, 12:30 PM

नई दिल्‍ली:

जैसा कि अंदेशा था, संसद की कार्यवाही शुरू होते ही नागरिकता संशोधन कानून पर बवाल शुरू हो गया. संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्‍यसभा में जबर्दस्‍त हंगामा हुआ. हंगामे के बाद दोनों सदनों की कार्यवाही स्‍थगित कर दी गई. लोकसभा में कार्यवाही शुरू होते ही AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, 'हम जामिया के तमाम बच्‍चों के साथ हैं. यह हुकूमत बच्‍चों पर जुल्‍म कर रही है. ये जानते हैं कि एक बच्‍चे की आंख चली गई. बेटियों को मार रहे हैं. शर्म नहीं है इनको, बच्‍चों को मार रहे हैं, गोलियां मार रहे हैं.'

लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक सवालों का जवाब दे रहे थे, तभी असदुद्दीन ओवैसी खड़े होकर बोले- ‘..मैं हुकूमत को बताना चाहता हूं कि हम जामिया के बच्चों के साथ हैं. ये हुकूमत बच्चों पर जुल्म कर रही है.’

यह भी पढ़ें : टीम इंडिया का नया कप्‍तान कौन! सोचिए मत, यह खबर पढ़िए

बीते कुछ दिनों में जामिया क्षेत्र में फायरिंग की तीन घटनाएं हुई हैं. 31 जनवरी को जब छात्र नागरिकता संशोधन एक्ट के विरोध में मार्च निकालने जा रहे थे तो एक शख्स ने हवाई फायरिंग की थी, जिसमें जामिया का एक छात्र घायल हो गया था.

सोमवार को लोकसभा में कार्रवाई शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने दिल्ली के जामिया और शाहीन बाग में हुई गोलीबारी का मुद्दा उठाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी. विपक्षी सांसदों ने नारे लगाते हुए कहा- 'गोली मारना बंद करो, देश तोड़ना बंद करो.' पिछले एक हफ्ते के दौरान शाहीन बाग और उसके आसपास गोलीबारी की तीन घटनाएं हुई हैं. अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में जैसे ही बोलना शुरू किया, विपक्षी दलों के सांसदों का हंगामा शुरू हो गया. सांसदों ने नारे लगाते हुए कहना शुरू किया- 'गोली मंत्री गो बैक.'

यह भी पढ़ें : VIDEO: दिल्ली शहर काजी बोले, अगर अपने युवाओं को एक बार उकसा दिया तो...

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव (Adjournment Motion) दिया था. सूत्रों के मुताबिक विपक्षी दल दोनों सदनों में सीएए (CAA), एनपीआर (NPR) और एनआरसी (NRC) पर चर्चा की मांग कर रहे हैं.