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गांधी परिवार से SPG सुरक्षा हटाए जाने के मुद्दे पर मोदी सरकार पर हमला, विपक्ष ने सदन से किया वॉकआउट

एसपीजी सुरक्षा को लेकर लोकसभा में देखते ही देखते हंगामा बढ़ गया. केंद्र सरकार को घेरने के कांग्रेस के प्रयासों को अन्य दलों का भी पूरा साथ मिला.

Updated on: 19 Nov 2019, 01:06 PM

नई दिल्ली:

संसद का शीतकालीन सत्र शुरु होते ही विपक्ष ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला करना शुरु कर दिया है. सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को गांधी परिवार से हटाई गई एसपीजी सुरक्षा को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में मोदी सरकार को लपेटे में ले लिया. अधीर रंजन ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी कोई सामान्य सुरक्षा प्राप्त लोग नहीं हैं. उन्होंने बीजेपी को पुरानी बातें याद दिलाते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने गांधी परिवार के लिए विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) सुरक्षा की अनुमति दी थी. 1991-2019 से, एनडीए दो बार सत्ता में आई लेकिन उनकी एसपीजी सुरक्षा कभी नहीं हटाई गई.

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एसपीजी सुरक्षा को लेकर लोकसभा में देखते ही देखते हंगामा बढ़ गया. केंद्र सरकार को घेरने के कांग्रेस के प्रयासों को अन्य दलों का भी पूरा साथ मिला. जिसके बाद कांग्रेस, डीएमके, एनसीपी, बीसीजे और बीएसपी ने सदन से वॉकआउट कर दिया. बता दें कि इसी महीने केंद्र सरकार ने गांधी परिवार को मिली एसपीजी सुरक्षा को हटाने का फैसला लिया था. गांधी परिवार को मिली एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने के बाद सरकार ने उन्हें सीआरपीएफ की सुरक्षा मुहैया कराई है.

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केंद्र सरकार के इस बड़े फैसले के बाद कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ विरोध किया था. शीतकालीन सत्र शुरु होने से पहले ही इस बात का अंदाजा लगाया जा चुका था कि संसद में गांधी परिवार की सुरक्षा को लेकर हंगामा होना तय है और हुआ भी वैसा ही. शीतकालीन सत्र शुरु होने के दूसरे दिन ही विपक्ष ने सरकार को गांधी परिवार की सुरक्षा पर घेरते हुए हंगामा किया और फिर वॉकआउट कर गए. बताते चलें कि 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के बाद गांधी परिवार को एसपीजी सुरक्षा दी गई थी.