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पूर्व विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर डिफेमेशन मामले में सुनवाई शुरू, पत्रकार प्रिया रमानी का बयान हुआ दर्ज

प्रिया रमानी ने अब तक कहा है कि वो पिछले 25 सालों से पत्रकारिता में है.

Updated on: 07 Sep 2019, 05:08 PM

highlights

  • एम जे अकबर और प्रिया रमानी डिफेमेशन केस की सुनवाई शुरू.
  • पत्रकार प्रिया रमानी प्रिया रमानी ने बयान दर्जा कराया है. 
  • महिला पत्रकार ने अक्टूबर 2018 में मी टू अभियान के तहत ट्वीट कर एमजे अकबर पर आरोप लगाया था.

नई दिल्ली:

पूर्व विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर (Former Minister of State for External Affairs) द्वारा दिल्ली (Delhi) की राउज एवेन्यू अदालत (Rouse Avenue court) ने दायर मानहानि के मुकदमे की सुनवाई शुरू हो गई है. पत्रकार प्रिया रमानी ने मी टू मूवमेंट के दौरान एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. जिसके बाद अकबर ने उनपर मानहानि का मुकदमा दायर किया था.

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मामले के पहले गवाह के रूप में गवाही देने वाली रमानी की सुनवाई अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल की अदालत ने की.

दिल्ली के राउज एवेन्यू अदालत में आज सुनवाई के दौरान पत्रकार प्रिया रमानी (Journalist Priya Ramani) ने बयान दिया. पत्रकार प्रिया रमानी ने कहा कि वो 1993 में वो US से वापस आई. मुझे पता चला कि नामी संपादक एम जे अकबर एक इंटरनेशनल न्यूज़ पेपर की शुरुआत करने वाले है. एमजे अकबर मेरे लिए तब पत्रकारिता के 'हीरो' थे.उनके लेख पढ़ते हुए मैं बड़ी हुई थी.

प्रिया रमानी- मैं एमजे अकबर से मिलीं. उन्होंने मुझे शाम 7 बजे ओबेरॉय होटल में इंटरव्यू के लिए बुलाया. मैं होटल पहुँची तो वो मुझे लॉबी में नहीं मिले. मेरे लिए ये अनपेक्षित था. रिसेप्शन पर फोन करने पर उन्होंने मुझे अपने कमरे में बुलाया. उन्होंने दबाव डाला कि मैं इंटरव्यू के लिए रूम पर जाऊं. मैं हतप्रभ थी. मैंने कॉफी शॉप या लॉबी में इंटरव्यू की उम्मीद की थी. पर 23 साल की उम्र में मैं बहुत ज़्यादा विरोध करने की स्थिति में नहीं थी.इसलिए असहज होने के बावजूद मैं इंटरवयू के लिए कमरे में चली गई.

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प्रिया रमानी- कमरे की घण्टी बजाने पर एमजे अकबर ने गेट खोला. वो छोटा रूम दर असल बेड रूम था. उंसके बगल में छोटा सोफा था. एम जे अकबर ने इंटरव्यू के लिए कोई प्रोफेशनल सवाल पूछने के बजाए सारे व्यक्तिगत सवाल पूछे.
मसलन- क्या मेरी शादी हो गई है. क्या मेरा कोई बॉय फ्रेंड है( मैंने इससे इंकार किया) और मेरी परिवार वालो के बारे में जानकारी ली. इसके बाद उन्होंने मुझे ड्रिंक ऑफर की. जिससे मैंने इंकार कर दिया. इसके बाद उन्होंने खुद अपने लिए ड्रिंक बनाकर (वोदका) बनाकर पीना शुरू कर दिया. उन्होंने म्यूज़िक में मेरी रुचि के बारे में सवाल पूछे और फिर खुद हिंदी गाने गाने लगे.

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गौरतलब है कि महिला पत्रकार ने अक्टूबर 2018 में मी टू (Mee Too) अभियान के तहत ट्वीट कर एमजे अकबर पर आरोप लगाया था कि तीस साल पहले उन्होंने उसका यौन शोषण किया था.

इस आरोप के बाद अकबर को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था. अकबर ने महिला पत्रकार के आरोपों का खंडन करते हुए महिला पत्रकार पर मानहानि का मुकदमा दायर किया था.

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उन्होंने रमानी के खिलाफ शिकायत दायर करने से पहले कहा था कि वह इस बात से अवगत हैं कि कई अन्य महिलाओं ने भी उनके खिलाफ आरोप लगाए हैं लेकिन वह किसी और के खिलाफ मानहानि की शिकायत दायर नहीं करेंगे.