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मिशन गगनयानः इडली, मूंगदाल हलवा... ऐसा होगा अंतरिक्ष यात्रियों का मैन्यू

गगनयान के अंतर्गत इसरो 2022 तक अंतरिक्ष यात्रियों को भेजेगा और उन्हें वहां से वापस लेकर आएगा. इस मिशन पर 10 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. अंतरिक्ष यात्री जहां वे विभिन्न प्रकार के माइक्रो-ग्रैविटी टेस्ट को अंजाम देंगे.

Updated on: 07 Jan 2020, 12:33 PM

नई दिल्ली:

भारत के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन गगनयान (Gaganyaan) की तैयारी तेज हो गए हैं. गगनयान से अंतरिक्ष की यात्रा पर जाने वाले चार भारतीय रूस जाने वाले हैं. वहीं इनके लिए अंतरिक्ष में खाने पीने का सामान भी तैयार कर लिया गया है. मैसूर स्थित डिफेंस फूड रिसर्च लैबरेटरी ने अंतरिक्ष यात्रियों के लिए खाद्य पदार्थ तैयार किए हैं. इन्हें विशेष वैज्ञानिक प्रक्रिया से तैयार किया गया है.

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) देश के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन को अंजाम देने के लिए दिनरात तैयारी कर रहा है. प्रधानमंत्री को ओर से पहले की इसके लिए 2022 की डेडलाइन तय कर दी गई है. अंतरिक्ष यात्रियों के लिए मैसूर की लैब में विशेष रूप से एग रोल्स, वेज रोल्स, उपमा, इडली, मूंग दाल का हलवा और वेज पुलाव का मैन्यू तैयार किया गया है. वहीं तरल पदार्थ के रूप में अंतरिक्ष यात्री अपने साथ पानी और जूस ले जाएंगे. इसके अलावा गगनयान में खाना गर्म करने के लिए हीटर की सुविधा भी दी जाएगी.

गगनयान मिशन के लिए इसरो (ISRO) और भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) तैयारी कर रहे हैं. इस मिशन में पहली बार इसरो तीन भारतीयों को अंतरिक्ष में सात दिन की यात्रा के लिए भेजेगा. इस मिशन के लिए इसरो वैज्ञानियों को विशेष ट्रेनिंग दे रहा है. अंतरिक्ष यात्रियों के सेलेक्शन का पहला चरण पूरा भी कर लिया गया है. यह प्रोसेस इंस्टिट्यूट ऑफ एयरस्पेस मेडिसिन में भारतीय वायुसेना कर रही है. इस मिशन के लिए भारतीय वायुसेना ने 10 टेस्ट पायलटों का चयन कर लिया है. इन 10 पायलटों में से गगनयान मिशन के लिए अंतिम चरण में तीन पायलटों को चुना जाएगा. गगनयान में तीन यात्रियों को अंतरिक्ष में ले जाने की क्षमता है.