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भगोड़ा मेहुल चौकसी के लिए आई बुरी खबर, एंटीगुआ के प्रधानमंत्री ने कहीं ये बातें

एटिगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने अपने एक ताजा बयान में कहा कि जल्द ही मेहुल चोकसी की नागरिकता रद्द होने वाली है.

Updated on: 25 Jun 2019, 01:20 PM

नई दिल्ली:

पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी (PNB Scam) मामले में आरोपी भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) को जल्द ही भारत लाया जाएगा. वह अभी तक एटिगुआ में रह रहा था. लेकिन वहां के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने अपने एक ताजा बयान में कहा कि जल्द ही मेहुल चोकसी की नागरिकता रद्द होने वाली है. उनके मुताबिक, भारत की ओर से लगातार इसको लेकर दबाव बनाया जा रहा था. हालांकि  मेहुल चोकसी की रिपोर्टों पर सरकार के सूत्रों का कहना है कि भारत एंटीगुआ की नागरिकता को रद्द करने की आंतरिक प्रक्रिया की प्रतीक्षा कर रहा है. इसके तुरंत बाद प्रत्यर्पण प्रक्रिया अलग से शुरू हो सकती है.

बता दें PNB घोटाले के तहत नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पर 13 हजार करोड़ रुपये के गबन का आरोप था. ये मामला 2018 में सामने आया था, तभी से ही विपक्ष इस मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरे हुए है. एंटिगुआ के प्रधानमंत्री के मुताबिक, मेहुल चोकसी को पहले यहां की नागरिकता मिली हुई थी. लेकिन अब इसे रद्द किया जा रहा है और भारत प्रत्यर्पित किया जा रहा है. उन्होंने कहा, हम किसी भी ऐसे व्यक्ति को अपने देश में नहीं रखा जाएगा, जिसपर किसी भी तरह के आरोप लगे हों.

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उन्होंने कहा कि अभी मेहुल चोकसी से जुड़ा पूरा मामला कोर्ट में है, इसलिए हमें पूरी प्रक्रिया का पालन करना होगा. एंटिगुआ के प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने इसको लेकर भारत सरकार को पूरी जानकारी दे दी है. हालांकि, मेहुल चोकसी को सभी कानूनी प्रक्रिया पूरा करने का समय दिया जाएगा.

बता दें इससे पहले भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी ने बॉम्बे हाईकोर्ट में शपथ पत्र (affidavit) सौंपा था. शपथ पत्र में उसने अपनी बीमारी का विवरण दिया था. उसने कहा कि वह देश छोड़ के भागा नहीं है, बल्कि बीमारी की ईलाज के लिए छोड़ा है.

मेहुल चोकसी ने अपने हलफनामे में ये भी कहा था कि फिलहाल मैं एंटीगुआ में रह रहा हूं, लेकिन जांच में पूरा सहयोग करने को तैयार हूं. उसने कहा कि न्यायालय को अगर यह उचित लगे तो जांच अधिकारी को वह एंटीगुआ में भेजने का निर्देश दे सकते हैं.

वहीं मेहुल चोकसी ने ये भी बताया था कि वह जांच में सीधे रूप से शामिल होना चाहता है, लेकिन मेडिकल उपचार के चलते वह इंडिया आने में असमर्थ है. जैसी ही उसकी तबियत ठीक होती है, वैसी ही वह इंडिया आ जाएगा. जांच में पूरा सहयोग देने को तैयार है.

मेहुल चोकसी ने अपने हलफनामे में कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सेंट्रल ब्यूरो इंवेस्टिगेशन (सीबीआई) ने यह आरोप लगाया है कि वह जांच में शामिल नहीं होता है. लेकिन यह गलत है. उसने बीमारी का हवाला देते हुए कहा कि वह एंटीगुआ से बाहर नहीं जा सकता है. सीबीआई और ईडी एंटीगुआ में पूछताछ कर सकते हैं.

बता दें पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी को भारत लाने की तैयारी हो रही है. घोटाले के मुख्य आरोपी चोकसी ने भारतीय नागरिकता छोड़ दी है. मेहुल चोकसी ने अपने भारतीय पासपोर्ट को एंटीगुआ उच्चायोग में जमा करवा दिया है. इसका मतलब यह हुआ कि मेहुल को भारत लाना केंद्र सरकार के लिए मुश्किल है, लेकिन सरकार ने तैयारी तेज कर दी है. नागरिकता छोड़ने वाले फार्म में चोकसी ने अपना नया पता जौली हार्बर सेंट मार्कस एंटीगुआ बताया था.