महबूबा मुफ्ती की बेटी का खुलासा- रोटी के भीतर छिपाकर मां को भेजती थीं मैसेज
इल्तिजा ने टि्वटर पर शेयर किया है, 'मैं वो हफ्ता कभी नहीं भूल सकती, जब उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया. मैं अगले कुछ दिन बेहद परेशान रही, इसके बाद मुझे वो चिट्ठी टिफिन बॉक्स के भीतर मिली, जिसमें उनके लिए घर से भोजन भेजा जाता था.
नई दिल्ली:
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी (Peoples Democratic Party) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) की बेटी इल्तिजा मुफ्ती (Iltija Mufti) उनका ट्विटर अकाउंट चला रही हैं. उन्होंने ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर करते हुए जानकारी दी है कि आखिर कैसे हिरासत के दौरान अपनी मां को वह संदेश भेजती थीं. मोदी सरकार ने पिछले साल पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर विशेष दर्जा वापस ले लिया था. इसके बाद महबूबा मुफ्ती हिरासत में ले ली गई थीं. 20 सितंबर से महबूबा की बेटी इल्तिजा उनका ट्विटर अकाउंट हैंडल कर रही हैं.
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इल्तिजा ने टि्वटर पर शेयर किया है, 'मैं वो हफ्ता कभी नहीं भूल सकती, जब उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया. मैं अगले कुछ दिन बेहद परेशान रही, इसके बाद मुझे वो चिट्ठी टिफिन बॉक्स के भीतर मिली, जिसमें उनके लिए घर से भोजन भेजा जाता था. चिट्ठी को रोटी में लपेटकर उनके पास भेजा जाता था.'
इससे पहले 23 जनवरी को इल्तिजा मुफ्ती ने कहा था, केंद्रीय मंत्रियों का दौरा सिर्फ भाजपा की वोट बैंक राजनीति है, जिसका मकसद 'खोई हुई जमीन वापस पाना है.' उन्होंने कहा कि वास्तविक संपर्क इंटरनेट सेवाओं की बहाली, राजनीतिक कैदियों को रिहा करने, नागरिक समाज के सदस्यों से बात करने और उनकी चिंताओं को दूर करने, डोमिसाइल के बारे में बात करने और बाहरी लोगों द्वारा भूमि को लिए जाने को लेकर उनकी आशंकाओं को दूर करके किया जा सकता है.
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बता दें कि बीजेपी ने 18 जनवरी से 24 जनवरी के बीच अपने दो दर्जन मंत्रियों को जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में भेजा था. एक इंटरव्यू में इल्तिजा मुफ्ती ने बताया था कि जम्मू के लोग बीजेपी से नाराज हैं. मुफ्ती ने कहा, कोई वास्तविक जुड़ाव या संपर्क नहीं है. उन्होंने कहा, वे आशंकित हैं कि वे जम्मू में सीटें खो देंगे. उन्होंने कहा कि कश्मीर में इतनी ज्यादा सुरक्षा की मौजूदगी को कोई मतलब नहीं है, जब सरकार कह रही है कि घुसपैठ में कमी है.
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