logo-image

'बंगाली लड़के फर्श साफ कर रहे हैं, तो लड़किया बन रहीं बार गर्ल'

मेघालय के राज्यपाल तथागत रॉय के बंगाल को लेकर आए बयान पर बवाल खड़ा हो गया है. उन्होंने कहा है बंगाल की महानता अब पहले जैसी नहीं रही. अब तो बंगाल के लड़के फर्श साफ कर रहे हैं, तो बंगाली लड़कियां बार गर्ल बन रही हैं.

Updated on: 07 Jun 2019, 07:48 AM

highlights

  • बंगाली लड़कियों को बार गर्ल और लड़कों को नौकर का काम करने वाला बताया.
  • तृणमूल कांग्रेस ने इसे बंगाल की अस्मिता पर करारा प्रहार बताया.
  • अपने बयान का विरोध करने वालों को रॉय ने बरनॉल लगाने की सलाह दी.

नई दिल्ली.:

पश्चिम बंगाल के मूल निवासी लेकिन फिलहाल मेघालय के राज्यपाल तथागत रॉय के एक बयान से पश्चिम बंगाल में तूफान आया हुआ है. उन्होंने ट्वीट के जरिये कह डाला कि बंगाल कभी महान हुआ करता था लेकिन अब उसकी महानता खत्म हो गई है. उन्‍होंने कहा कि अब बंगाली लड़के फर्श साफ कर रहे हैं और बंगाली लड़कियां बार में डांस करती हैं. राज्‍यपाल तथागत रॉय कुछ राज्यों में हिंदी भाषा पढ़ाए जाने को लेकर हो रहे विरोध पर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे थे और इसी को लेकर उन्होंने कई ट्वीट किए.

यह भी पढ़ेंः ममता बनर्जी के सामने काजी साहब ने मुसलमानों को 'ललकारा', कहा...

बंगाल के दिग्गजों का समय अब बीता
बीजेपी में लंबे समय तक रहे तथागत रॉय ने अपने ट्विटर हैंडल से इस संबंध में एक के बाद एक कई ट्वीट किए. उन्होंने कहा कि इन महापुरुषों और विपक्षियों के बीच हिंदी सीखने को लेकर क्या संबंध है? रॉय ने कहा कि इन दिग्गजों का युग अब चला गया है और पश्चिम बंगाल की महानता भी चली गई है. अब हरियाणा से लेकर केरल तक, बंगाली लड़के घरों में फर्श साफ कर रहे हैं और बंगाली लड़कियां मुंबई के बार में डांस कर रही हैं. अब यहां के लड़के-लड़कियां वह कर रहे हैं, जो पहले अकल्पनीय था.

यह भी पढ़ेंः मोदी, नीतीश, जगनमोहन रेड्डी के बाद अब ममता की चुनावी रणनीति तैयार करेगा ये शख्स

हिंदी का विरोध सिर्फ राजनीति
तथागत रॉय ने ट्वीट किया कि कोई बहुत बड़ा विरोध नहीं है, उनके शोर मचाने के पीछे सिर्फ राजनीतिक कारण है. उन्होंने कहा, 'असम, महाराष्ट्र और ओडिशा राज्य भी गैर-हिंदी भाषी राज्य हैं, लेकिन वे लोग हिंदी का विरोध नहीं कर रहे? दूसरे तर्क में कहा जा रहा है कि पश्चिम बंगाल विद्यासागर, विवेकानंद, रवींद्रनाथ टैगोर और नेताजी (सुभाष चंद्र बोस) की भूमि है, बंगालियों को हिंदी क्यों सीखनी चाहिए?'

यह भी पढ़ेंः मोदी सरकार 2: कौन बनेगा नया लोकसभा स्पीकर, इन नामों में से किसपर लगेगी मुहर?

यह भी कह डाला 'लगाएं बरनॉल'
जाहिर है तथागत रॉय के प्रशंसक और विरोधी इस बयान को लेकर दो खेमों में बंट गए हैं. एक तरफ प्रशंसक उनके बयान को सही करार दे रहे हैं, वहीं विरोधी धरना-प्रदर्शन करने की मांग कर रहे हैं. गौरतलब है कि तथागत रॉय इसके पहले भी कई बार विवादास्पद बयान दे चुके हैं. इस बार बात इसलिए थोड़ी अलग है कि उनके ट्वीट्स का विरोध करने वालों को तथागत रॉय ने बरनॉल लगाने की सलाह भी दे डाली है.