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मेघालय खदान हादसा : 42 दिनों बाद 1 शव को बाहर निकाला गया

पिछले साल 13 दिसंबर से इस खदान में 15 खनिक फंसे हुए हैं. निकाले गए शव को खदान के मुख्य रास्ते से बाहर लाया गया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है.

Updated on: 24 Jan 2019, 07:28 PM

शिलांग:

मेघालय के ईस्ट जैंतिया हिल्स जिला स्थित अवैध कोयला खदान में फंसे 15 खनिकों में एक के शव को बाहर निकाला गया है. पिछले साल 13 दिसंबर से इस खदान में 15 खनिक फंसे हुए हैं. निकाले गए शव को खदान के मुख्य रास्ते से बाहर लाया गया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है. इस शव को पिछले सप्ताह खदान में 200 फीट की गहराई पर देखा गया था और लगातार बाहर निकालने की कोशिश की जा रही थी. बुधवार को भी इस शव को निकालने की कोशिश की गई थी लेकिन वह फिसल कर खदान के नीचे गिर गया था.

नौसेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के संयुक्त ऑपरेशन में खनिकों को बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है. खदान के अंदर अब भी 14 खनिक फंसे हैं.

बचाव अभियान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बुरी तरह से क्षत-विक्षत शव को अंडरवॉटर रिमोटली ऑपरेटेड व्हीकल (यूआरओवी) के जरिए पानी की सतह पर लाया गया और उसके बाद बाहर निकाला गया.

एनडीआरएफ, नौसेना, कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) और खदान तकनीकी विशेषज्ञ 370 फुट के कोयला खदान से लगातार पानी निकालने का काम रह रही है.

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इस महीने के शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट ने मेघालय सरकार से कहा था कि हम राहत अभियान के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन से संतुष्ट नहीं हैं.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा था, यह एक बहुत गंभीर स्थिति है और यह खदान में फंसे 15 खनिकों के जीवन और मौत का सवाल है. एक-एक सेकंड कीमती है, जरूरत पड़े तो सेना की मदद ली जाय. कोर्ट ने कहा कि अगर थाईलैंड में हाई पावर पंप भेजे जा सकते हैं तो मेघालय में क्यों नहीं.