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ममता बनर्जी के बदले सुर, हड़ताल पर गए डॉक्टर्स को काम पर लौटने की अपील की

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हड़ताल पर गए डॉक्टरों को काम पर लौटने की अपील की है. उन्होंने कहा कि गरीब मरीज अलग-अलग जिले से इलाज के लिए पहुंच रहे हैं, उनकी देखभाल करें.

Updated on: 13 Jun 2019, 05:04 PM

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata banerjee)  ने हड़ताल पर गए डॉक्टरों को काम पर लौटने की अपील की है. ममता बनर्जी ने पत्र जारी करते हुए कहा, 'कृप्या आप अपने काम पर लौट जाए और गरीब मरीजों का इलाज करें जो अलग-अलग जिलों से आ रहे हैं. मैं खुद को बाध्य और सम्मानित महसूस करूंगी अगर आप अस्पताल का ख्याल रखें. अस्पताल शांतिपूर्ण और सही तरीके से चलना चाहिए.'

बता दें कि गुरुवार को ममता बनर्जी सेठ सुखलाल करनानी मेमोरियल (एसएसकेएम) राजकीय अस्पताल का दौरा किया, जहां जूनियर चिकित्सक शहर के एक अन्य अस्पताल में एक इंटर्न पर हुए हमले को लेकर अपने साथी चिकित्सकों के साथ दो दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. ममता बनर्जी ने इमरजेंसी विभाग के बाहर अस्पताल की लॉबी में इंतजार कर रहे कुछ मरीजों से बातचीत की और अस्पताल के अधिकारियों को फोन पर निर्देश दिया. इस दौरान प्रदर्शन कर रहे चिकित्सकों ने 'वी वांट जस्टिस' की मांग करते हुए नारे लगाना जारी रखा.

जूनियर चिकित्सकों ने हवा में पोस्टर व तख्तियां भी लहराईं, जिस पर लिखा था, 'हमें कार्य का माहौल दीजिए' और 'हम पर हमला करने वालों को सजा दें.'

ममता बनर्जी ने काम पर लौटने के लिए दी थी अल्टीमेटम

वहां विरोध प्रदर्शन कर रहे चिकित्सकों से बातचीत करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, 'कोई रोगियों की सेवा से इनकार करके चिकित्सक नहीं बन सकता. मैं आप सभी से चार घंटों में कार्य को फिर से शुरू करने के लिए कहती हूं. अगर आप इस तरह की बाधा जारी रखेंगे तो सरकारी छात्रावास की सुविधा छीन ली जाएगी.'

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ममता ने कहा कि उनकी सरकार ने जूनियर चिकित्सकों पर हमले की निंदा की है, लेकिन चिकित्सक होने की वजह से वे अपनी सेवाएं नहीं रोक सकते.

क्या है पूरा मामला
सोमवार शाम कोलकाता के सेठ सुखलाल कर्णी मेमोरियल हॉस्पिटल में एक 70 साल की मरीज की मौत हो गई थी. पीड़ित परिवार वालों ने मौत का जिम्मेदार डॉक्टर को बताया. इतना ही नहीं अगले दिन यानी मंगलवार को दर्जनभर मोटरबाइक सवार लोग अस्पताल पहुंचे और वहां मौजूद डॉक्टर पर हमला कर दिया. हमलावरों ने रेजिडेंट डॉक्टर को इतना बेरहमी से पीटा की उसका सिर फट गया और उसकी हालात गंभीर बनी हुई.

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घटना के बाद सभी नाराज डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि जबतक उनपर हमला करने वालों पर कार्रवाई नहीं होती है तब तक हड़ताल जारी रखेंगे.