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ममता भी राजनीतिक हिंसा पीड़ित रही हैं, उनके कार्यकाल में राजनीतिक हत्याएं देखकर हैरान हूं : स्वराज

इस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल में कथित राजनीतिक हिंसा के पीड़ितों के परिवारवालों ने अपनी आपबीती सुनायी.

Updated on: 24 Jul 2019, 10:49 PM

highlights

  • पूर्व केंद्रीय मंत्री ने ममता बनर्जी पर साधा निशाना
  • ममता बनर्जी भी राजनीतिक हिंसा का शिकार रहीं :स्वराज
  • टीएमसी को वोट देने के कारण कुछ लोगों के हाथ काट दिए गये थे

नई दिल्ली:

भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने बुधवार को कहा कि यह हैरान करने वाली बात है कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाले पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हत्याएं हो रही है जबकि वह खुद भी ‘राजनीतिक हिंसा की पीड़ित’ रही हैं. स्वराज कॉल फॉर जस्टिस एंड इंडिया फाउंडेशन द्वारा आयोजित पीपुल्स ट्राइब्यूनल ऑन पॉलिटिकल वायलेंस इन बंगाल’ नामक कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं. इस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल में कथित राजनीतिक हिंसा के पीड़ितों के परिवारवालों ने अपनी आपबीती सुनायी. उन्होंने कहा कि यह जानकर दुख होता है कि सत्ता पाने, चुनाव जीतने या दूसरी पार्टी को वोट देने वालों को दंडित करने के लिए कोई इतना कैसे बर्बर हो सकता है और किसी की जान ले सकता है, विश्वास नहीं होता.

स्वराज ने कहा, ‘(जो लोग मारे गए) उनकी कोई गलती नहीं थी. उन्होंने किसी को नहीं मारा था. वे एक राजनीतिक संगठन के सदस्य बने थे. वो विचारधारा के कारण भाजपा में आए थे. वे पार्टी के लिए काम कर रहे थे और उन्हें इसकी सजा दी गयी.’ पूर्व विदेश मंत्री ने याद करते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने राज्य में वाम शासन के दौरान उनसे राजनीतिक हिंसा के वृत्तांत को साझा किया था.

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स्वराज ने कहा, ‘वह (बनर्जी) खुद राजनीतिक हिंसा का शिकार हुई थीं...समय कैसे बदल जाता है. मुझे हैरानी होती है. ’उन्होंने कहा, ‘मैंने वो समय देखा है. मैं उन्हें लंबे समय से जानती हूं. शुरूआत में हमारे बीच केवल अभिवादन होता था, लेकिन ऐसी ही एक घटना के कारण बाद में संबंध मजबूत हो गया. पश्चिम बंगाल में जब माकपा सरकार थी, हर दिन संसद में (राजनीतिक हिंसा का) मुद्दा उठता था.’ स्वराज ने कहा कि जब वह विपक्ष की नेता थीं, तब बनर्जी ने उन्हें एक घटना के बारे में बताया था कि तृणमूल कांग्रेस को वोट देने के कारण कुछ लोगों के हाथ काट दिए गए.

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