logo-image

सोनिया गांधी से बोले अशोक चव्हाण - दिल्ली की राजनीति नहीं करना चाहता

दरअसल जब राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष थे तो अशोक चव्हाण को महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था और उनकी जगह बाला साहेब थोराट को चुनाव से पहले राज्य की ज़िम्मेदारी दी गयी थी

Updated on: 02 Sep 2019, 01:11 PM

नई दिल्ली:

महाराष्ट्रा के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को सोनिया गांधी अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का महासचिव बनाना चाहती थी. उन्हें दीपक बाबरिया की जगह मध्यप्रदेश के प्रभारी महासचिव की ज़िम्मेदारी मिलने वाली थी लेकिन शनिवार शाम को अशोक चव्हाण ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को फ़ोन करके कहा कि मैं दिल्ली की राजनीति नहीं करना चाहता. महाराष्ट्र में अभी चुनाव है भले ही मुझे अध्यक्ष पद से हटा दिया गया हो लेकिन मैं अपने राज्य में ही पार्टी के लिए काम करूंगा.

दरअसल जब राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष थे तो अशोक चव्हाण को महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था और उनकी जगह बाला साहेब थोराट को चुनाव से पहले राज्य की ज़िम्मेदारी दी गयी थी. उस वक़्त बदलाव की एक वजह एनसीपी के मुखिया शरद पवार को भी बताया जाता है कि शरद पवार ने राहुल गांधी को कहा था , अगर चुनाव समझौते मे लड़ना है तो जल्द से जल्द राज्य की इकाई में जो बदलाव करना है कांग्रेस उस पर जल्द फैसला करे.

उसी के चलते अशोक चव्हाण को महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाया गया था और अब सोनिया गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद अशोक चव्हाण को मध्यप्रदेश की ज़िम्मेदारी दी जा रही थी जिसे लेने ने अशोक चव्हाण ने मना कर दिया. दरअसल सोनिया गांधी ये बात समझती है कि अशोक चव्हाण महाराष्ट्र की राजनीति के बड़े चेहरे हैं इसलिए कांग्रेस आलाकमान उन्हें दिल्ली लाकर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाए जाने की भरपाई करना चाहते थे.