logo-image

Kartarpur Corridor: पाकिस्तान की नीच सोच, श्रद्धालुओं पर भारी शुल्क लगाकर कमाना चाहता मुनाफा

पाकिस्तान द्वारा साहिब में आने वाले सभी भक्तों पर सेवा शुल्क के लिए जोर देने के कारण करतारपुर कॉरिडोर पर समझौते को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है

Updated on: 17 Oct 2019, 08:59 PM

नई दिल्ली:

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने करतारपुर कॉरिडोर को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर को अभी तक फाइनल नहीं किया गया है. पाकिस्तान द्वारा साहिब में आने वाले सभी भक्तों पर सेवा शुल्क के लिए जोर देने के कारण करतारपुर कॉरिडोर पर समझौते को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है. पाकिस्तान के साथ कई दौर की चर्चा के बाद, सेवा शुल्क को छोड़कर हम सभी मुद्दे पर समझौता किया है.

यह भी देखें- महाराष्ट्र के सातारा में शिवा भेष में नजर आए PM मोदी, देखें शानदार तस्वीर

रवीश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान सभी तीर्थ यात्रियों पर 20 USD लगभग 1420 रुपये का शुल्क लगाने पर जोर दे रहा है. उन्होंने कहा कि हमने पाकिस्तान से भक्तों के हितों में ऐसा नहीं करने का आग्रह किया है. क्योंकि यह एक P2P पहल है. हम आशा करते हैं कि महान आयोजन के लिए समय पर समझौते का समापन और हस्ताक्षर किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि हम आशा करते हैं कि इस महान आयोजन के लिए समझौते का समाप्त करते हुए हस्ताक्षर किया जा सकता है.

यह भी देखेंkarva Chauth 2019: करवा चौथ की इन तस्वीरों को मिस नहीं करना चाहेंगे आप, जानें क्या है खास

भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए पाकिस्तान स्थित पवित्र सिख गुरुद्वारे के दर्शन के लिए निर्मित बहुप्रतीक्षित करतारपुर कॉरिडोर परियोजना के इस माह के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है और तीर्थयात्रियों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण रविवार से शुरू होगा. लैंड पोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (एलपीएआई) के अध्यक्ष गोविंद मोहन ने पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक में निर्माण स्थल में ग्राउंड जीरे से आईएएनएस से कार्य पूरा होने की पुष्टि की.