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कर्नाटक : विधायकों के खरीद-फरोख्त के आरोपों के बीच फिर पैदा हुआ सियासी संकट, सीएम ने कहा- सरकार स्थिर बनी रहेगी

नई दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए बीजेपी की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा ने विधायकों की खरीद-फरोख्त के कांग्रेस के आरोपों को बेतुका करार दिया.

Updated on: 14 Jan 2019, 11:43 PM

नई दिल्ली:

कर्नाटक में सत्ताधारी कांग्रेस-जेडी(एस) गठबंधन और विपक्ष भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर अपने विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगा रही है. सोमवार को कर्नाटक के मंत्री डी के शिवकुमार ने आरोप लगाया था कि बीजेपी राज्य के कांग्रेस विधायकों को खरीदने का प्रयास कर रही है. वहीं बीजेपी नेता बी एस येदियुरप्पा ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि कांग्रेस-जेडीएस ही हमारे पार्टी विधायकों को खींचने की कोशिश कर रही है. हालांकि दोनों पार्टियों के नेताओं ने फिर इन आरोपों को खारिज भी कर दिया.

इन आरोप-प्रत्यारोप के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने दावा किया कि उनके पास पर्याप्त संख्याबल है और सरकार स्थिर बनी रहेगी. कुमारस्वामी ने मीडिया को बताया, 'सभी विधायक हमारे संपर्क में हैं और हम गठबंधन सरकार की स्थिरता सुनिश्चित कर रहे हैं.'

कुमारस्वामी ने कहा, 'गठबंधन सरकार को 120 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. आज मैंने रिपोर्ट देखा, जिसमें लिखा है कि 17 जनवरी को राज्य में राष्ट्रपति शासन लग जाएगा. मुझे नहीं पता कि मीडिया को ऐसी खबरें कौन दे रहा है, मैं रिपोर्ट को देखकर आश्चर्यचकित था.'

बता दें कि अप्रैल-मई में होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी सांसद और विधायक अपने नेतृत्व से मिलने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हैं. नई दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए बीजेपी की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा ने विधायकों की खरीद-फरोख्त के कांग्रेस के आरोपों को बेतुका करार दिया.

येदियुरप्पा ने कहा, 'खरीद-फरोख्त के ये आरोप केवल अफवाह हैं और इनमें कोई सच्चाई नहीं है.' उन्होंने कहा कि बीजेपी के विधायक दिल्ली में लोकसभा चुनाव की रणनीतियों की चर्चा के लिए हैं और पार्टी 'रिसॉर्ट पॉलिटिक्स' में शामिल नहीं है.

कर्नाटक के निपानी से बीजेपी विधायक शशिकला जोले ने गुरुग्राम में कहा, कुल 104 विधायक हैं और हम साथ हैं. हमें यहां आगामी लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति बनाने को लेकर बुलाया गया था. सरकार बनाने की कोई चर्चा नहीं है, अगर कुछ होता है तो हमारे नेता बताएंगे.

इससे पहले दिन में डी के शिवकुमार ने आरोप लगाया था कि बीजेपी राज्य के कांग्रेस विधायकों को खरीदने का प्रयास कर रही है. सिंचाई मंत्री शिवकुमार ने बेंगलुरू में मीडिया को बताया, 'हमारे तीन विधायक मुंबई में हैं. हम भाजपा द्वारा की जा रही खरीद फरोख्त के प्रयास से अवगत हैं. हमारे विधायकों ने भी स्वीकार किया कि भाजपा द्वारा उनसे संपर्क किया जा रहा है.'

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उन्होंने आरोप लगाया, 'भाजपा विधायकों को खरीदकर जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) और कांग्रेस की गठबंधन सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है.' शिवकुमार ने हालांकि उन विधायकों का नाम नहीं लिया, जिनसे भाजपा ने संपर्क किया है.

उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वरा, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक से पहले कांग्रेस नेता ने मीडिया से यह बात कही. बैठक किस एजेंडे के लिए हुई थी और उसका क्या परिणाम निकलकर सामने आया, इसका पार्टी नेताओं द्वारा खुलासा नहीं किया गया.

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जी परमेश्वरा ने सोमवार को कहा कि हमारे कुछ विधायक बाहर गए हैं, वे मंदिर, छुट्टी पर, परिवार के साथ बाहर कहीं भी जा सकते हैं, हमें नहीं पता कि वे कहां गए हैं. उन्होंने कहा कि कोई यह नहीं कह सकता कि वे बीजेपी ज्‍वाइन करने और सरकार को अस्‍थिर करने गए हैं. सभी विधायक हमारे साथ बरकरार हैं.

इस बीच, बीजेपी ने राज्य की गठबंधन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए बीजेपी पर आरोप लगा रही है.

पार्टी की राज्य इकाई ने ट्वीट कर कहा, 'कुमारस्वामी सरकार की दैनिक गतिविधि..सरकार चलाने में अपनी विफलता को छिपाने के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराना. उनमें आपस में सत्ता को लेकर जंग चल रही है.'

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गौरतलब है कि पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी 104 सीटों के साथ राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन पूर्ण बहुमत का आंकड़ा हासिल नहीं कर पाई थी. वहीं कांग्रेस को 78 सीटें और जेडीएस को मिली 37 सीटें मिली थी, जिसके बाद दोनों पार्टियों ने गठबंधन कर सरकार बनाने का फैसला किया था.