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डीके शिवकुमार की गिरफ्तारी के बाद हिंसक हुए प्रदर्शनकारी, स्कूल कॉलेज बंद, भारी पुलिस बल तैनात

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कांग्रेस कार्यकर्ता बुधवार को भी विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं. ऐसे में जगह-जगह भारी पुलिस बल तैनात कर दी गई है.

Updated on: 04 Sep 2019, 09:12 AM

नई दिल्ली:

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार की गिरफ्तारी के साथ ही कर्नाटक में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन भी शुरू हो गया है. मंगलवार को दो बसों को आग के हवाले कर दिया गया जबकि 10 बसों पर पत्थरबाजी की गई. विरोध प्रदर्शन को देखते हुए रामनगर पुलिस ने बसों के संचालन पर भी अगले आदेश तक रोक लगा दी है. दरअसल बसों पर हमले की घटनाएं रामनगर में हुई थीं जिसके बाद रामगर में आज सभी स्कूल-कॉलेज को बंद रखा गया है.

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कांग्रेस कार्यकर्ता बुधवार को भी विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं. ऐसे में जगह-जगह भारी पुलिस बल तैनात कर दी गई है. रैपिड एक्शन फोर्स की एक टीम को भी तैनात किया गया है.

इससे पहले मनी लॉन्ड्रिंग मामले मंगलवार को गिरफ्तार होने के बाद कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार को अपनी रात अस्पताल में गुजारनी पड़ी. दरअसल उनको गिरफ्तार करने के बाद उनका मेडिकल टेस्ट करवाने के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया जहां उनका ब्लड प्रेशर काफी हाई पाया गया. कई घंटों तक उनके बीपी के सामान्य होने का इंतजार किया गया लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो उन्हें रात 1.45 बजे राम मनोहर लोहिया के नर्सिंग होम में ले जाया गया जहां उनकी जांच की गई. ऐसे में बीपी हाई होने की वजह से उन्हें अपनी रात अस्पताल में ही गुजारनी पड़ी. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो डीके शिवकुमार को बुधवार सुबह ईडी हेडक्वाटर ले जाया जाएगा.

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मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी शिवकुमार से पिछले 4 दिनों से पूछताछ कर रही थी जिसके बाद मंगलवार को उन्हें दिल्ली में गिरफ्तार लिया गया. जब डीके शिवकुमार को गिरफ्तार कर राम मनोहर लोहिया अस्पताल के लिए ले जाया जा रहा था, तब ईडी के दफ्तर पर डीके शिवकुमार के तमाम समर्थक एकत्रित हुए और गिरफ्तारी का विरोध करने लगे. इसके कारण ईडी के अधिकारियों को शिवकुमार को अस्पताल ले जाने में काफी परेशानी हुई थी.

इस दौरान काफी समर्थकों ने पुलिस की गाड़ी पर हाथ भी मारे. कइयों की आंखों में आंसू थे. वे रो रहे थे और डीके शिवकुमार की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे. वहीं, बेंगलुरु और बेलागाम में भी शिवकुमार के विरोध में बसों में तोड़फोड़ की गई. कार्यकताओं ने बसों के शीशे तक भी तोड़ दिए थे.

क्या है मामला?

दरअसल नोटबंदी के बाद साल 2017 में शिवकुमार के दिल्ली स्थित फ्लैट से तलाशी के दौरान 8.59 करोड़ की नकदी बरामद की गई थी, जिसके बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने उनके खिलाफ आयकर अधिनियम 1961 की धारा 277, 278 और आईपीसी की धारा 120 B, 193 और 199 के तहत केस दर्ज किए थे. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की शिकायत के आधार पर ही ईडी ने डीके शिवकुमार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया.

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डीके शिवकुमार ने बीजेपी पर कसा तंज

अपनी गिरफ्तारी के बाद कर्नाटक कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने खुद सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म पर बीजेपी को बधाई दी. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'मैं अपने बीजेपी के मित्रों को बधाई देता हूं वो अपने मिशन (मेरी गिरफ्तारी) में कामयाब रहे. मेरे खिलाफ इनकम टैक्स और प्रवर्तन निदेशालय के मामले राजनीति से प्रेरित हैं और मैं बीजेपी की प्रतिशोध और प्रतिशोध की राजनीति का शिकार हूं.'