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Karnataka Crisis: कुमारस्वामी सरकार रहेगी या जाएगी फैसला चंद घंटों में, स्पीकर ने सुनाया यह फैसला

विधानसभा स्पीकर केआर रमेश कुमार ने कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार को बहुमत साबित करने के लिए शाम 6 बजे तक का वक्त दिया है. कांग्रेस-जेडीएस ने इसके लिए हामी भी भर दी है.

Updated on: 22 Jul 2019, 12:49 PM

highlights

  • स्पीकर ने शाम 6 बजे तक विश्वास मत हासिल करने को कहा.
  • बागी विधायक अगर सदन में नहीं पुहंचे तो अनुपस्थित माने जाएंगे.
  • इस तरह कर्नाटक में विश्वास मत की गणित सरकार के खिलाफ

नई दिल्ली.:

विधानसभा स्पीकर केआर रमेश कुमार ने कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार को बहुमत साबित करने के लिए शाम 6 बजे तक का वक्त दिया है. कांग्रेस-जेडीएस ने इसके लिए हामी भी भर दी है. विधानसभा स्पीकर ने यह भी बताया कि 16 बागी विधायक अगर सदन नहीं पहुंचते हैं, तो उन्हें गैरहाजिर माना जाएगा. इस तरह देखें तो कुमारस्वामी सरकार के पास अब चंद घंटे ही बचे हैं. इसके बाद उनके भविष्य का फैसला हो जाएगा. वैसे भी फिलहाल जो सदन की संख्या गणित है, वह पूरी तरह से उनके खिलाफ है.

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बागियों ने बिगाड़ा सरकार का गणित
पल-पल बदल रहे घटनाक्रम से सियासी संकट और बढ़ गया है. फिलहाल गणित कुमारस्वामी सरकार के खिलाफ है. सत्तारूढ़ गठबंधन की ताकत 117 विधायकों की है. इनमें कांग्रेस 78, जद (एस) 37, बसपा 1, और अध्यक्ष के अलावा 1 नामित सदस्य है. दो निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन के साथ, विपक्षी भाजपा के पास 225 सदस्यीय सदन में 107 विधायक हैं. यदि 15 विधायकों के इस्तीफे (कांग्रेस से 12 और जेडीएस से 3) स्वीकार किए जाते हैं या यदि वे मतदान में भाग नहीं लेते हैं, तो सत्तारूढ़ गठबंधन की संख्या 101 हो जाएगी. इस तरह कुमारस्वामी सरकार अल्पमत में आ जाएगी.

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गिर सकती है सरकार
चूंकि स्पीकर खुद ही कह रहे हैं कि अगर बागी विधायक विश्वास मत के दौरान सदन में उपस्थित नहीं होते हैं तो उन्हें गैरहाजिर माना जाएगा. ऐसी स्थिति में कुमारस्वामी का विश्वास मत हारना तय है. यानी अगर मौजूदा गतिरोध जारी रहता है तो सरकार गिर सकती है. ऐसी स्थिति में संभव है कि हार सामने देखकर कुमारस्वामी बिना वोटिंग हुए खुद इस्तीफा दे दें और बीजेपी सरकार बना ले. इस तरह इस विधानसभा की शुरुआत से जुड़ा इतिहास खुद को दोहराता नजर आएगा.