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PMC Bank Scam: बैंक के सस्पेंडेड MD जॉय थॉमस (Joy Thomas) को 17 अक्टूबर तक रिमांड पर भेजा गया

पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर जॉय थॉमस को Esplanade Court ने 17 अक्टूबर तक रिमांड पर भेजा गया

Updated on: 05 Oct 2019, 02:13 PM

highlights

  • PMC बैंक स्कैम में सस्पेंडेड एमडी को 17 अक्टूबर तक रिमांड पर भेजा गया. 
  • फरार जॉय थॉमस को शुक्रवार को ही गिरफ्तार किया गया था. 
  • इसके पहले ED ने 4,355 करोड़ रुपये के PMC Bank धोखाधड़ी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज कर 12 महंगी कारों को जब्त किया था.

नई दिल्ली:

PMC Bank Scam: पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक (PMC Bank) के  प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस को यहां 4,335 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया था जिसके बाद आज मुंबई की Esplanade Court ने उन्हें 17 अक्टूबर तक रिमांड पर भेज दिया है. 

मुंबई पुलिस के प्रवक्ता डीसीपी प्रणय अशोक ने Confirm किया था कि आर्थिक अपराध शाखा की तरफ से दर्ज पीएमसी बैंक मामले में अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पिछले चार दिनों से लापता थॉमस की गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है, जब एक दिन पहले गुरुवार को रियलिटी कंपनी एचडीआईएल के अध्यक्ष राकेश कुमार वाधवान और प्रबंधन निदेशक सारंग वाधवान को इसी विभाग ने गिरफ्तार किया था और उनकी 3,500 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली थी.

इसके पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 4,355 करोड़ रुपये के पंजाब और महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) बैंक धोखाधड़ी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज कर 12 महंगी कारों को जब्त किया था. इसमें दो रॉल्स रॉयस, दो रेंज रोवर और एक बेंटली शामिल है. मुंबई के छह स्थानों पर छापे के बाद एचडीआईएल के चेयरमैन राकेश वाधवान और उनके बेटे सारंग वाधवान की ये कारें जब्त की गईं. 

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मुंबई पुलिस की प्राथमिकी में थॉमस, सिंह, वाधवान और अन्य अधिकारियों के नाम हैं और मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल गठित किया गया है. इसके पहले गुरुवार को पीएमसी बैंक घोटाले (PMC Bank Scam) में पुलिस ने HDIL के दो डायरेक्टर्स राकेश और सारंग वाधवान को गिरफ्तार कर लिया गया था. आपको बता दें कि गुरुवार को हुई राकेश और सारंग की गिरफ्तारियां पीएमसी बैंक घोटाले में पहली गिरफ़्तारियां थीं. इसके पहले मुंबई पुलिस ने दोनों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था.


पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ओपरेटिव बैंक के पूर्व प्रबंधन और एचडीआईएल के प्रवर्तकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. मुंबई पुलिस ने ये एफआईआर रिजर्व बैंक की तरफ से नियुक्त किए गए प्रशासक की शिकायत के आधार पर दर्ज की है. पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ओपरेटिव बैंक के पूर्व प्रबंधन और एचडीआईएल के प्रवर्तकों के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का आरोप है जिसके बाद पुलिस आर्थिक अपराध शाखा ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया.

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैंक के पूर्व चेयरमैन वरयाम सिंह, प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा एचडीआईएल के निदेशक वाधवन का नाम एफआईआर में है. बताया जा रहा है कि 2008 से बैंक का घाटा 4,355.46 करोड़ का हो चुका है.

क्या है आरोप
खबरों के मुताबिक आरोप है कि एचडीआईएल के प्रवर्तकों ने बैंक प्रबंधन के साथ मिलकर भांडुप शाखा से लोन लिया. लोन का भूगतान न कर पाने के बावजूद एचडीआईएल को एनपीए के रूप वर्गीकृत नहीं किया गया और इस चीज को आरबीआई से भी छिपाया.
आरोप है कि इन लोगों ने कंपनी के नकली खाते भी बनाए जिन्होंने छोटे-छोटे कर्ज लिए. इतना ही नहीं बैंक की जाली रिपोर्ट भी बनाई गई ताकि कंपनी नियामक निगरानी से बच सके. पुलिस की आर्थिक आपराधिक शाखा ने प्रशासक की शिकायत के बाद इन सभी लोगों पर आईपीसी की धारा 409, 420, 465, 466 और 471 के तहत शिकायत दर्ज की गई है. इसके अलावा धारा 120 बी के तहत केस दर्ज किया गया है.