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शर्मनाक : नौकरी मांगने वाले केरल के युवक को दी गई शाहीन बाग प्रदर्शन में शामिल होने की सलाह

जानकारी के अनुसार 23 वर्षीय एसएस अब्दुल्ला, ने दुबई में नौकरी के लिए यूएई में स्थापित भारतीय जयंत गोखले से संपर्क किया था. अब्दुल्ली को मैकेनिकल इंजीनियर की नौकरी चाहिए थी. इस पर जयंत गोखले का जवाब काफी आपत्तिजनक रहा है. यह वाक्या पिछले हफ्ते का है.

Updated on: 28 Jan 2020, 10:54 AM

नई दिल्ली:

दुबई में केरल के युवक ने एक फर्म से नौकरी के लिए आवेदन किया और इसके जवाब में फर्म की ओर से उसे दिल्ली के शाहीन बाग में विरोध प्रदर्शन में शामिल होकर पैसे कमाने की सलाह दे दी गई. अब इस फर्म को चलाने वाले पर कार्रवाई की मांग की जा रही है. बता दें कि पिछले 40 दिनों से भी ज्यादा समय से दिल्ली के शाहीन बाग में खास धर्म से जुड़े लोगों का विरोध प्रदर्शन जारी है और ये लोग केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा हाल में लाए गए सीएए कानून का विरोध कर रहे हैं, साथ ही इन लोगों की मांग है कि एनआरसी कानून भी नहीं चलेगा. यह अलग बात है कि यह कानून अभी लागू भी नहीं हुआ है. इसे अभी तक असम में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर लागू किया गया है.

जानकारी के अनुसार 23 वर्षीय एसएस अब्दुल्ला, ने दुबई में नौकरी के लिए यूएई में स्थापित भारतीय जयंत गोखले से संपर्क किया था. अब्दुल्ली को मैकेनिकल इंजीनियर की नौकरी चाहिए थी. इस पर जयंत गोखले का जवाब काफी आपत्तिजनक रहा है. यह वाक्या पिछले हफ्ते का है.

गल्फ न्यूज की खबर के मुताबिक बातचीत में जयंत गोखले ने कहा कि बस एक विचार आया, आखिर तुम्हें नौकरी क्यों चाहिए. दिल्ली जाओ और शाहीन बाग के विरोध प्रदर्शन में शामिल हो जाओ. हर रोज 1000 रुपये मिलेंगे. खाना भी मुफ्त जिसमें बिरयानी, चाय दूध और कभी कभी तो मिठाई भी मिलेगी.

गोखले के इस प्रकार के जवाब के बाद अब हजारों लोगों ने गोखले पर कार्रवाई की मांग की है. इतना ही नहीं गोखले पर धार्मिक आधार पर नौकरी की चाह रखने वालों में भेदभाव करने का आरोप लगाया है.

इस पूरे मसले पर अब्दुल्ला का कहना है कि उसे इस प्रकार के जवाब से काफी निराशा हुई है और वह स्तब्ध है. उसका कहना है कि मैं केवल नौकरी चाहता हूं. मैं किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहता हूं.

विवाद पर जयंत गोखले ने कहा कि वह फिलहाल बीमार है और डायलिसिस पर है. उसका इरादा किसी की भावना को ठेस पहुंचाने का नहीं था. उनका कहना है कि मैंने मैसेज के बाद अब्दुल्ला को मैसेज भेजकर माफी भी मांग ली है. गोखले ने कहा कि वह यूएई की नीतियों का सम्मान करते हैं.