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आधी सैलरी पर काम करने के लिए तैयार हैं जेट एयरवेज के पायलट और इंजीनियर

जेट एयरवेज का क्राइसिस अब सबके सामने आ चुका है. जहां एक ओर जेट एयरवेज इस मौके से निपटने का प्रयास कर रही है. तो वहीं जेट की प्रतिद्वंदी कंपनियां इस मौके का पूरा फायदा उठाने की कोशिश कर रही हैं.

Updated on: 14 Apr 2019, 05:16 PM

नई दिल्ली:

जेट एयरवेज का क्राइसिस अब सबके सामने आ चुका है. जहां एक ओर जेट एयरवेज इस मौके से निपटने का प्रयास कर रही है. तो वहीं जेट की प्रतिद्वंदी कंपनियां इस मौके का पूरा फायदा उठाने की कोशिश कर रही हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक जेट एयरवेज के इंजीनियरों व पायलटों को एक एविएशन कंपनी बेहद कम वेतन पर नौकरी देने का प्रस्ताव दे रही है. रिपोर्ट के मुताबिक पायलटों को उनके पैकेज से 30 प्रतिशत कम और वहीं इंजीनियरों को 50 फीसदी तक के कम पैकेज पर नौकरियां ऑफर की गई हैं.

अब नहीं मिल रहे अच्छे ऑफर

जो कंपनियां आज पायलटों और इंजीनियरों को कम सैलरी दे रही हैं. कुछ समय पहले यही कंपनी जेट के पायलटों और इंजीनियरों को अच्छा वेतन और कई तरह के भत्ते के साथ बोनस भी ऑफर कर रही थी. जेट के कर्मचारियों में यह डर बना हुआ है कि अगर कंपनी बंद हो गई तो फिर उनका क्या होगा.

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ऐसे में सभी कर्मचारी कम पैकेज पर भी नौकरी करने के लिए तैयार हो रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि जेट एयरवेज के कर्मचारियों को कुछ समय तक काफी अच्छा वेतन ऑफर किया जा रहा था. वर्तमान में जेट एयरवेज के सीनियर एयरक्राफ्ट मेंटिनेंस इंजीनियर को जेट एयरवेज में जहां 4-5 लाख रुपये मिलते हैं.

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वहीं दूसरी कंपनियां इन्हें 1.50 से 2 लाख रुपये का पैकेज दे रही हैं. जेट एयरवेज के कर्मियों को अभी भी यह उम्मीद है कि शायद उन्हें नए निवेशक मिल जाएंगे और उनकी नौकरियां सुरक्षित रहेंगी. खबरों के मुताबिक जेट एयरवेज के पायलटों से कंपनियां नौकरी के साथ-साथ 2-3 साल का कान्ट्रैक्ट भी करवा रही हैं. जिसे कोई भी पायलट स्वीकार नहीं करना चाहता.