logo-image

कोरोना वारियर्स के लिए आईटीबीपी बना रहा है सस्ता और गुणवत्तापूर्ण मास्क

यह अब तक के सबसे सस्ते दरों पर उपलब्ध पी पी ई हैं जिनकी लागत मात्र 100 रुपये है जबकि ट्रिपल लेयर मास्क की लागत 5 रुपये से भी कम है. आईटीबीपी ने प्रारम्भतः अपने क्वारंटाइन सेन्टर और अस्पतालों में इसकी आपूर्ति प्रारम्भ कर दी है.

Updated on: 10 Apr 2020, 05:47 PM

नई दिल्ली:

आईटीबीपी ने कोरोनावायरस (Corona Virus) से लड़ रहे अपने चिकित्सा कर्मियों के लिए गुणवत्तापूर्ण और सस्ता पी पी ई और मास्क तैयार करना शुरू कर दिया है. बल की एस एस वाहिनी ने इसके लिए अपने फेब्रिकेशन सेन्टर में काम करना शुरू कर दिया है. अब तक करीब 1000 पी पी ई और 2000 मास्क तैयार हो चुके हैं. इनकी खासियत यह है कि इनकी गुणवत्ता बहुत अच्छी है और इनको NITRA रिसर्च और AIIMS को दिखाया जा चुका है.

यह अब तक के सबसे सस्ते दरों पर उपलब्ध पी पी ई हैं जिनकी लागत मात्र 100 रुपये है जबकि ट्रिपल लेयर मास्क की लागत 5 रुपये से भी कम है. आईटीबीपी ने प्रारम्भतः अपने क्वारंटाइन सेन्टर और अस्पतालों में इसकी आपूर्ति प्रारम्भ कर दी है.

यह भी पढ़ें-धरती पर कोविड-19 का कहर : तीन अंतरिक्ष यात्री पहुंचे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन

आईटीबीपी के अलावा कई स्वयं सहायता समूह भी एंटी कोरोना मास्क तैयार कर रहा है. कपड़े से बने ये एंटी कोरोना फेस मास्क लोगों को खूब पसंद आ रहे हैं. आपको बता दें कि इस हाथ से बने मास्क की कीमत भी महज 5 रुपये से 15 रुपये के बीच है. स्वयं सहायता समूह इन मास्कों को सिलाई करके ही तैयार करवा रहे हैं. बाजार में मास्क की किल्लतों को देखते हुए स्वयं समूह द्वारा बनाए गए इन सस्ते मास्क को आप आसानी से खरीद सकते हैं. ऐसे में आईटीबीपी की यह पहल भी कोरोना वारियर्स को लेकर ये मास्क उन्हें पहले से ज्यादा सहूलियत प्रदान करेंगे.

यह भी पढ़ें-24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 978 नए मामले, कुल संख्या 6412 पहुंची; 199 की मौत 

पिछले कुछ दिनों से देश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ा है. कोरोना वायरस के बढ़ते हुए संक्रमण को देखकर अचानक से ही देश में फेस मास्क की मांग अचानक से बढ़ गई है. देश में फेस मास्क की बढ़ती डिमांड के बीच इसकी कीमतों में तेजी से उछाल आया है. बाजारों में फेसमास्क को लेकर हालत यह है कि एक रुपये में मिलने वाला यूज एंड थ्रो मास्क आठ से 10 रुपये में बिक रहा है. ऐसे में कई स्वयं समूह ऐसे मास्क भी तैयार कर रहे हैं जो कि एक बार यूज करने के बाद धुलकर दोबारा फिर से भी यूज किया जा सकता है.