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अयोध्या और 370 जैसे मुद्दे मोदी सरकार में अपने तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचे हैं : नड्डा

अयोध्या भूमि विवाद, अनुच्छेद 370 की समाप्ति और तीन-तलाक जैसे मुद्दों का समाधान भाजपा और उसके हिन्दुत्ववादी संगठनों के पक्ष में हुआ है.

Updated on: 10 Nov 2019, 10:44 PM

दिल्ली:

उच्चतम न्यायालय द्वारा अयोध्या भूमि विवाद पर फैसला सुनाए जाने के अगले ही दिन भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने रविवार को कहा कि मोदी सरकार के नेतृत्व में कई पुराने और लंबित मामले अपने तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचे हैं. संवाददाता सम्मेलन के दौरान नड्डा ने कहा कि अनुच्छेद 370, जीएसटी और तीन तलाक जैसे मुद्दे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में ‘तार्किक निष्कर्ष’ पर पहुंचे हैं. नड्डा ने यह भी कहा कि अयोध्या पर फैसले का समाज के सभी वर्ग ने स्वागत किया है. समाज का प्रत्येक वर्ग इसे लेकर सकारात्मक है.

इस बात पर गौर किया जा सकता है कि अयोध्या भूमि विवाद, अनुच्छेद 370 की समाप्ति और तीन-तलाक जैसे मुद्दों का समाधान भाजपा और उसके हिन्दुत्ववादी संगठनों के पक्ष में हुआ है. उच्चतम न्यायालय ने शनिवार को अपने फैसले में विवादित जमीन पर राम मंदिर बनाने की अनुमति दे दी. वहीं मोदी सरकार ने लोकसभा में अपने भारी बहुमत का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर से जुड़े अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के लिए किया था. साथ ही भाजपा ने मुसलमानों में व्याप्त कुप्रथा एक साथ तीन बार तलाक बोलकर पत्नी को छोड़ देने के खिलाफ भी कानून बनाया.

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इसके पहले शनिवार को सुप्रीम कोर्ट ने हिन्‍दुओं (Hindu) के सबसे बड़े आराध्‍य श्रीराम (SriRam) का अयोध्‍या में मंदिर बनने का रास्‍ता साफ कर दिया था. अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद में उच्चतम न्यायालय ने शनिवार को विवादित पूरी 2.77 एकड़ जमीन राम लला को दे दी थी. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने कानूनी तौर पर श्रीराम को एक व्‍यक्‍ति मानते हुए अयोध्‍या (Ayodhya) में राम मंदिर का रास्‍ता साफ कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा, हिन्‍दुओं की आस्‍था और विश्‍वास (faith and belief) को दरकिनार नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केंद्र सरकार को तीन माह में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्‍ट और योजना बनाने का आदेश दिया है. साथ ही मुस्‍लिम पक्ष के लिए अयोध्‍या में ही दूसरी जगह 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया गया है.

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वहीं पीएम मोदी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा, आज सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐसे महत्वपूर्ण मामले पर फैसला सुनाया है, जिसके पीछे सैकड़ों वर्षों का दीर्घकालीन इतिहास है. पूरे देश की इच्छा थी कि इस मामले की अदालत में रोज सुनवाई हो, जो हुई और आज निर्णय आ चुका है. फैसला आने के बाद जिस प्रकार हर वर्ग, हर समुदाय और हर पंथ के लोगों सहित पूरे देश ने खुले दिल से इसे स्वीकार किया है, वो भारत की पुरातन संस्कृति, परंपराओं और सद्भाव की भावना को प्रतिबिंबित करता है. पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत की न्यायपालिका के इतिहास में भी आज का ये दिन एक स्वर्णिम अध्याय की तरह है. इस विषय पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सबको सुना और बहुत धैर्य से सुना और पूरे देश के लिए ख़ुशी की बात है कि सर्वसम्मति से फैसला दिया.