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इरफान पठान ने जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों को लेकर कही यह बड़ी बात

भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रह चुके इरफान पठान (Irfan Pathan) ने पुलिस लाठीचार्च में घायल जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी (Jamia Milia Islamia University) के छात्रों को लेकर चिंता जताई है.

Updated on: 16 Dec 2019, 02:18 PM

New Delhi:

भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रह चुके इरफान पठान (Irfan Pathan) ने पुलिस लाठीचार्च में घायल जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी (Jamia Milia Islamia University) के छात्रों को लेकर चिंता जताई है. ये छात्र नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) (Citizenship Amendment Act) के खिलाफ रविवार शाम प्रदर्शन कर रहे थे. इरफान पठान ने ट्वीट किया, राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का खेल हमेशा चलता रहेगा, लेकिन मैं और हमारा देश जामिया के छात्रों के लिए चिंतित है. सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद दिल्ली पुलिस ने जामिया परिसर में प्रवेश किया. सराय जुलनिया मथुरा रोड पर स्थित इस परिसर में जब हालात ज्यादा गंभीर हो गए तो पुलिस ने परिसर में आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया. न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में डीटीसी बस को जला दिया गया, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया.

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दिल्ली पुलिस ने हालांकि विश्वविद्यालय परिसर में घुसने की बात को नकारा है. दक्षिण पूर्वी दिल्ली के पुलिस कमिश्नर चिन्मय बिस्वाल ने भी कहा है कि विरोध प्रदर्शन करने वाले लोगों को मात्र पीछे किया गया और पुलिस ने किसी तरह की फायरिंग नहीं की. उन्होंने कहा कि जब पुलिस वालों ने देखा कि उन पर पत्थरबाजी की जा रही है तो उन्होंने ऐसा करने वालों को पहचानने और उन्हें पकड़ने की कोशिश की.

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इस पूरे मामले को लेकर दिल्‍ली पुलिस की कार्रवाई को लेकर जामिया मिलिया इस्‍लामिया विश्‍वविद्यालय के कुलपति नजमा अख्‍तर ने कड़ी आपत्‍ति जताई है. वीसी नजमा अख्तर ने कहा, पुलिस ने कॉलेज की पहचान खराब की है. उन्होंने कहा है कि बाहर कहीं भी कुछ भी होता है तो सबसे पहले नाम आता है जामिया मिलिया का. उन्होंने कहा, पुलिस के कैंपस में घुसने से छात्रों में डर है. पुलिस ने जबरदस्ती लाइब्रेरी में घुसकर बच्चों पर लाठीचार्ज किया है, जो दुर्भाग्‍यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि हमारे पास सुबूत है जो हम जरूरत पड़ने पर सामने रखेंगे. इस घटना का बच्चों के मानसिक स्तर पर काफी फर्क पड़ा है.

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हालांकि नागरिकता संशोधन अधिनियम विधयेक के विरोध के नाम पर हो रही हिंसा की आग अब उत्तर प्रदेश तक पहुंच गई है. इसके मद्देनजर प्रदेश सरकार ने अलीगढ़, सहारनपुर, कासगंज और मेरठ समेत अन्य कई जिलों में एहतियात के तौर पर धारा 144 लागू कर दी हैं. इन जिलों की इंटरनेट सेवा भी बाधित है. एएमयू (AMU) में पथराव फायरिंग के वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होता देख जिला प्रशासन ने 15 दिसंबर की रात साढ़े दस बजे से 16 दिसंबर की रात दस बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं. इस दौरान लीज लाइन और लूप लाइन की इंटरनेट की सेवाएं भी नहीं चलेंगी. इसके अलावा नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सहारनपुर में रविवार रात 12 बजे से इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं.

(इनपुट आईएएनएस)