logo-image

एस एन श्रीवास्तव दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर नियुक्त किए गए

इसी बीच अमेेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी भारत के दौरे पर आए हैं. इस बीच दिल्ली में एस एन श्रीवास्तव को दिल्ली पुलिस का स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) नियुक्त किए गए हैं.

Updated on: 25 Feb 2020, 11:47 PM

नई दिल्ली:

उत्तरी पूर्वी दिल्ली में पिछले दो दिनों से हिंसा जारी है. नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने अचानक ही हिंसक हो उठे इसके पहले कि कोई कुछ समझ पाता देखते ही देखते यह प्रदर्शन दिल्ली दंगा (Delhi Riots) में तब्दील हो गया. इस दंगे में एक पुलिसकर्मी सहित 13 लोगों की जान चली गई. इतना सब कुछ हो गया लेकिन दिल्ली पुलिस कुछ भी काबू नहीं कर पाई. वहीं इसी बीच अमेेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी भारत के दौरे पर आए हैं. इस बीच दिल्ली में एस एन श्रीवास्तव को दिल्ली पुलिस का स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) नियुक्त किए गए हैं. 

वहीं दिल्ली में दंगों की स्थिति को नियंत्रण करने के लिए नाकाम दिल्ली पुलिस ने अब इस बात को गलत बताया है कि उनके पास पर्याप्त बलों की कमी है. दिल्ली के पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने कहा कि, कुछ समाचार एजेंसियों ने खबर चलाई थी कि दिल्ली पुलिस ने कहा है कि उसे MHA से पर्याप्त बल नहीं मिला है. यह जानकारी गलत है, MHA लगातार हमारा सहयोग कर रही है और हमारे पास पर्याप्त बल है. उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा.

जाफराबाद में ऐसे बढ़ी हिंसा
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थकों और विरोधियों के बीच हुए हिंसक टकराव ने दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाकों में रोजगार पर बुरा असर डाला है. सीलमपुर से लेकर जाफराबाद तक मंगलवार को भी दुकानें बंद नजर आ रही हैं. दुकानदार डर रहे हैं कि दुकान खोलने पर उपद्रवी उन्हें निशाना बना सकते हैं. वहीं दूसरी तरफ जाफराबाद में प्रदर्शनकारी महिलाओं ने मंगलवार को सभी लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया है. महिलाओं ने माइक से ऐलान कर कहा कि एक जगह ज्यादा लोग इकठ्ठे न हो, इससे माहौल खराब होता है. वहीं मौजपुर मेट्रो स्टेशन की ओर भारी संख्या में पुलिस बल को रवाना किया गया है और एक फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस की गाड़ी को भी वहां भेजा गया है.

मंगलवार को घायलों की संख्या 180 के पार पहुंची

नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के विरोध के नाम पर शुरू हुई हिंसा खतरनाक रूप लेती जा रही है. मंगलवार को तीसरे दिन भी सुबह से हिंसा शुरू हो गई. मंगलवार को मौजपुर (Mauzpur) और ब्रह्मपुरी (Brahmpuri) इलाके में पत्थरबाजी (Stone Pelting) शुरू हो गई. इस हिंसा में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है और घायलों की संख्‍या 180 पार कर चुकी है. मंगलवार को सुबह-सुबह पांच बाइकों को आग के हवाले कर दिया गया. दिल्‍ली पुलिस (Delhi Police) का कहना है कि सोमवार देर रात से लेकर सुबह तक मौजपुर और आस-पास के इलाकों से आगजनी के 45 कॉल आए, जिसमें दमकल की एक गाड़ी पर पथराव किया गया. दमकल की एक गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया, जिसमें तीन दमकलकर्मी घायल हुए है.