logo-image

INX मीडिया केस: पी चिंदबरम ने जमानत के लिए SC में अर्जी दायर की

पी चिदंबरम की ओर से कपिल सिब्बल कल ही सुनवाई इसलिए चाहते है क्योंकि अगले हफ्ते से दशहरे के अवकाश के चलते कोर्ट बन्द रहेगा.

Updated on: 03 Oct 2019, 12:13 PM

highlights

  • पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने सुप्रीम कोर्ट मे दाखिल की जमानत याचिका. 
  • पी. चिदंबरम की ओर से कपिल सिब्बल ने जमानत याचिका पर कल ही सुनवाई की मांग की है. 
  • इसके पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने चिदंबरम की जमानत याचिका को खाली कर दिया था.

नई दिल्ली:

INX Media Case: INX मीडिया केस में जेल की हवा खा रहे पूर्व वित्त मंत्री पी चिंदबरम (Former Finance Minister P. Chidambaram) ने आज जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट (Suprme Court) में अर्जी दायर (Bail Application) की है. चिंदबरम की ओर से सिब्बल ने अर्जी पर कल सुनवाई की मांग की है. जबकि जस्टिस रमना ने कहा है कि मामले की सुनवाई की तारीख तय करने पर चीफ जस्टिस फैसला लेंगे.

चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली संविधान पीठ अयोध्या मामले की सुनवाई कर रही है. पी चिदंबरम की ओर से कपिल सिब्बल कल ही सुनवाई इसलिए चाहते है क्योंकि अगले हफ्ते से दशहरे के अवकाश के चलते कोर्ट बन्द रहेगा.

इसके पहले दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) से पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम (Former Finance Minister P. Chidambaram) को बड़ा झटका लगा है. बता दें कि आईएनएक्स मीडिया केस (INX Media Case) में दिल्ली हाईकोर्ट ने पी. चिदंबरम की जमानत याचिका को रद्द कर दिया था.

यह भी पढ़ें: वैष्णो देवी जाने वालों के लिए बड़ा तोहफा साबित होगा वंदे भारत एक्‍सप्रेस, गृह मंत्री अमित शाह दिखाई हरी झंडी

अदालत ने 27 सितंबर को उनकी याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया था. यानी चिदंबरम को अभी न्यायिक हिरासत में ही रहना होगा, वह 3 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में हैं और तिहाड़ जेल में हैं.

गौरतलब है कि 20 अगस्त को भी दिल्ली हाइकोर्ट ने पी. चिदंबरम की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज कर दी थी. इसके बाद सीबीआई ने 21 अगस्त को पूर्व मंत्री को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया था.

यह भी पढ़ें: Credit Policy: और सस्ते हो सकते हैं लोन, रिजर्व बैंक (RBI) घटा सकता है ब्याज दरें

सोमवार को सीबीआई की ओर से दिल्ली हाईकोर्ट की तरफ से कहा गया कि पी. चिदंबरम ने दो गवाहों को उनके खिलाफ न बोलने को कहा है. इस दौरान उनकी तरफ से कहा गया कि पी. चिदंबरम गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं, इस बात को इनकार नहीं किया जा सकता है.