logo-image

सुरक्षा परिषद की अस्थाई सदस्यता के लिए भारत की बड़ी जीत, मिला इतने देशों का समर्थन

पंद्रह राष्ट्रीय परिषद के 2021-22 सत्र के लिए पांच अस्थाई सदस्यों का चुनाव अगले साल होगा.

Updated on: 26 Jun 2019, 06:12 PM

highlights

  • सुरक्षा परिषद की अस्थाई सदस्यता भारत की बड़ी जीत
  • भारत को मिला 55 देशों का समर्थन
  • सर्वसम्मति से उठाया गया कदम

नई दिल्ली:

भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत के तहत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भारत की अस्थाई सदस्यता के लिए 55 देशों के एशिया प्रशांत समूह ने सर्वसम्मति से अपना समर्थन दिया है. इस समूह में चीन और पाकिस्तान भी शामिल हैं. भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करने वाले देशों में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, इंडोनेशिया, ईरान, जापान, कुवैत, किर्गिस्तान, मलेशिया, मालदीव, म्यांमार, नेपाल, कतर, सऊदी अरब, श्रीलंका, सीरिया, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और वियतनाम भी शामिल हैं.

पंद्रह राष्ट्रीय परिषद के 2021-22 सत्र के लिए पांच अस्थाई सदस्यों का चुनाव अगले साल होगा. भारतीय उम्मीदवारी का समर्थन करने वाले देशों का आभार व्यक्त करते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने ट्वीट किया, सर्वसम्मति से उठाया गया कदम. एशिया प्रशांत समूह ने सर्वसम्मति से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थाई सदस्यता के 2021-22 सत्र के दो वर्ष के कार्यकाल के लिए भारत की दावेदारी का समर्थन किया.'

यह भी पढ़ें-PM मोदी ने राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर EVM से लेकर मॉब लिंचिंग तक कही 10 बड़ी बात

उन्होंने अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी पोस्ट किया था, जिसमें कहा गया था, 'एशिया प्रशांत समूह ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थाई सदस्यता के लिए भारत की दावेदारी का समर्थन किया है. 55 देश, एक उम्मीदवार-भारत, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अस्थाई सदस्यता के 2021-22 कार्यकाल के लिए.

यह भी पढ़ें-PM मोदी ने राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर EVM से लेकर मॉब लिंचिंग तक कही 10 बड़ी बात