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भारतीय रेलवे रिपोर्ट कार्ड 2019: सुरक्षा-लेटलतीफी समेत इन समस्याओं से मिल रहा छुटकारा, जानें आपके लिए क्या बदला

रेलवे ने बताया कि ट्रेनों की लेटलतीफी में सुधार की गई है. ट्रेन अब पहले की तुलना में काफी हद तक समय पर आ रही है. इस पर काफी हद तक सुधार किया गया है

Updated on: 30 Dec 2019, 06:13 PM

नई दिल्ली:

भारतीय रेलवे ने साल के अंत होने पर अपना रिपोर्ट कार्ड पेश किया है. जिसमें उन्होंने बताया है कि 2019 में रेलवे में कितना विकास हुआ है. रेल यात्रियों की सुविधा के लिए किस क्षेत्र में कितना विकास हुआ है. वहीं इससे पहले रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया था कि ट्रेनों का एक्सीडेंट हुआ है, लेकिन इस साल एक भी लोगों की मौत नहीं हुई है. यह बहुत ही अच्छी बात है. रेलवे ने समय के अनुसार काफी बदलाव किए हैं. पढ़ें रेलवे का पूरा रिपोर्ट कार्ड :-

1. सुरक्षा

रेलवे ने अपने परफॉर्मेंस रिपोर्ट कार्ड में बताया है कि सुरक्षा की दृष्टि से रेलवे का सफर बहुत ही शानदार रहा. 2019 में एक भी ट्रेन यात्रियों की मौत नहीं हुई है. साथ ही उन्होंने कहा है कि इसका मतलब ये नहीं कि एक्सीडेंट नहीं हुए हैं. एक्सीडेंट में किसी भी ट्रेन यात्रियों की मौत नहीं हुई है. मानव रहित रेल क्रॉसिंग फाटक को हटाने का काम किया गया है.

2. ट्रेनों की लेटलतीफी में सुधार

रेलवे ने बताया कि ट्रेनों की लेटलतीफी में सुधार की गई है. ट्रेन अब पहले की तुलना में काफी हद तक समय पर आ रही है. इस पर काफी हद तक सुधार किया गया है. लोगों को अब ज्यादा देर तक इंतजार नहीं करना पड़ रहा है.

3. रोलिंग स्टॉक प्रोडक्शन को बढ़ाया गया

रेलवे ने बताया कि रोलिंग स्टॉक प्रोडक्शन को बढ़ाने पर काफी जोर दिया गया है. 2019 के अप्रैल-नवंबर के बीच 495 इलेक्ट्रीक लोकोमोटिव को बनाया गया है. वहीं 2018 में केवल 309 बनाया गया था. इस साल इस पर 60 प्रतिशत अधिक काम किया गया है. वहीं अप्रैल-नवंबर के बीच 3,837 LHB डिब्बे बनाया गया है.

4. इंफ्रास्ट्रक्चर पर काफी काम

रेलवे ने बताया कि उन्होंने इंफ्रास्ट्रक्चर पर काफी काम किया है. साथ ही बताया कि उन्होंने 2019-20 के बजट के लिए 1,60,176 करोड़ रुपये सुनिश्चित किए हैं.
जो पिछले सालों से 20.1 प्रतिशत ज्यादा है. बताया कि नवंबर के अंत तक फंड के 1,02,008.61 करोड़ रुपये उपयोग किए गए हैं. बजट 2019 ने देश का विकास इंजन बनने के लिए रेलवे के लिए रोड मैप रखा. रेलवे लाइनों को काफी बढ़ाया गया.

5. नई ट्रेन और नए डिब्बे बनाए गए

रेलवे ने बताया कि नई ट्रेन तेजस बनाई गई है. जो लखनऊ और दिल्ली के बीच चल रही है. यह पहली ऐसी ट्रेन है जिसे मैनेज भारतीय रेलवे ने नहीं बल्कि आईआरसीटीसी कर रहा है. इसके अलावा वंदे भारत एक्सप्रेस नई ट्रेन बनाई गई. जो नई दिल्ली से कटरा के बीच चल रही है. 194 ट्रेनों को अपग्रेड किया गया. 120 ट्रेनों को फास्ट और सुरक्षित किया गया. 104 पैसेंजर ट्रेन को फास्ट ट्रेन में परिवर्तित किया गया.

6. स्वच्छ भारत, स्वच्छ रेलवे

अप्रैल-नवंबर के बीच 38,331 बायो टॉयलट 11,703 डिब्बों में लगाया गया. साथ ही स्टेशनों पर भी कई टॉयलट बनाए गए हैं. गांधी जी की 150वीं जयंति पर सिंगल प्लास्टिक को बैन किया गया. रेलवे के प्रयासों को ध्यान में रखते हुए, रेल मंत्रालय को 'स्वच्छ कार्य योजना' के कार्यान्वयन के लिए मंत्रालय द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्रयास के रूप में चुना गया है. 6 सितंबर 2019 को भारत के माननीय राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया गया.

7. मेक इन इंडिया

भारतीय रेलवे ने ICF से वंदे भारत ट्रेनों की 44 रेक की खरीद की. 16 कोचों में से प्रत्येक के 44 ट्रेन सेटों के लिए विद्युत उपकरण और अन्य वस्तुओं की आपूर्ति के लिए टेंडर प्रकाशित की. खरीद, डीपीआईआईटी, भारत सरकार की "मेक इन इंडिया" नीति के अनुसार किया जाएगा.

8. आंतकियों से निपटने के लिए रेलवे कमांडो बटालियन 'कोरस' की शुरुआत

रेलवे में आतंकवाद और नक्सलवाद के खतरे से निपटने के लिए पहली रेलवे कमांडो बटालियन 'कोरस' की शुरुआत की गई है. 500 स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.

9. डिजिटल इंडिया

लगभग 500 स्टेशनों पर फ्री वाई-फाई की सुविधा मिल रही है. ई-टिकटिंग की व्यवस्था की गई. हाल्ट स्टेशनों के लिए अनारक्षित टिकट अनारक्षित टिकट प्रणाली (यूटीएस) टर्मिनलों के माध्यम से जारी किए जाएंगे जो पहले मुद्रित कार्ड टिकट प्रणाली के माध्यम से होता था.

10. भोजन की गुणवत्ता को सुधारा

रेलवे ने बताया कि भोजन की गुणवत्ता सुधारने के लिए काफी प्रयासा किए गए हैं. ट्रेनों के किचन में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. जो पहले 18 ट्रेनों में लगाए गए थे उसको बढ़ाकर 40 कर दिए गए हैं. भोजन पैकेट पर QR कोड लगाए गए हैं. जिसके माध्यम से लाइव किचन देख सकते हैं. प्वाइंट ऑफ सेल POS मशीनों बढ़ाए गए हैं. 2,742 से बढ़ाकर 5098 किया गया है.