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यात्री ट्रेनों को निजी हाथों में सौंपने के लिए रेलवे ने की बैठक, इन रूटों पर चलेंगी प्राइवेट रेलगाड़ियां

इंडियन रेलवे ने ऐसे 24 रूटों की पहचान की है जिस पर प्राइवेट कंपनियों (Private Company) को ट्रेनों (Trains) का संचालन दिया जाएगा.

Updated on: 28 Sep 2019, 06:13 AM

नई दिल्ली:

इंडियन रेलवे ने ऐसे 24 रूटों की पहचान की है जिस पर प्राइवेट कंपनियों (Private Company) को ट्रेनों (Trains) का संचालन दिया जाएगा. इसके अलावा 4 शहरों के सबअर्बन नेटवर्क पर भी प्राइवेट ऑपरेटर (Private Operator) ट्रेन चला पाएंगे. इस मुद्दे को लेकर रेलवे बोर्ड ने शुक्रवार को अहम बैठक की है.

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यातायात रेलवे बोर्ड की अध्यक्षता में सुबह यात्री ट्रेनों को प्राइवेट हाथों में देने को लेकर चर्चा हुई है. बता दें कि भारत सरकार के एजेंडे में यात्री ट्रेनों का निजी संचालन करना भी है. बता दें कि रेलवे ने नई सरकार बनते ही अपने 100 दिन के एजेंडे में कुछ ट्रेनों को निजी ऑपरेटरों को सौंपने की इच्छा जताई थी. इससे पहले ट्रायल के तौर पर रेलवे ने अपनी ही एक सब्सिडियरी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) को दो ट्रेनों का संचालन सौंपा है.

दिल्ली-लखनऊ और मुंबई-अहमदाबाद रूट पर दो तेजस ट्रेनें (Tejas Train) IRCTC को सौंपने के बाद भारतीय रेल ने अपना इरादा साफ कर दिया है. रेलवे चाहता है कि ज्यादा से ज्यादा निजी कंपनियां ट्रेनों के संचालन के लिए आगे आएं. इसे लेकर रेलवे बोर्ड ने आज नार्थ रेलवे, सेंट्रल रेलवे, साउथ इर्स्टन रेलवे, नार्थ सेंट्रल रेलवे, साउथ सेंटर रेलवे और साउथ रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी के साथ बैठक की है.

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ये होंगे नए रूट्स

  • दिल्ली-हावड़ा
  • दिल्ली चेन्नई
  • दिल्ली-हैदराबाद
  • हावड़ा-चेन्नई
  • चेन्नई-मुंबई
  • दिल्ली-कटरा
  • दिल्ली-लखनऊ जैसे रूट्स भी शामिल हैं.

बता दें कि साथ ही 14 ऐसे इंटरसिटी रूट्स की पहचान की गई है, जिनपर ट्रेन चलाने के लिए निजी कंपनियों को आकर्षित किया जा रहा है. इनमें मुंबई-अहमदाबाद, मुंबई-पुणे, दिल्ली-जयपुर/अजमेर, हावड़ा-पटना और हावड़ा-टाटा जैसे व्यस्त रूट शामिल हैं. इसके अलावा ही मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और सिकंदराबाद में कुछ सबअर्बन ट्रेनों के लिए भी निजी ऑपरेटरों की तलाश की जा रही है. हालांकि, अभी ये तय नहीं किया गया है कि निजी कंपनियों को चलाने के लिए नई ट्रेनें दी जाएंगी या मौजूदा ट्रेनों में से ही कुछ ट्रेनें निजी ऑपरेटर चलाएंगे.