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भारतीय उच्चायुक्त रूचि घनश्याम ने लंदन में भारत के दूतावास में फहराया तिरंगा

कश्मीर से कन्याकुमारी तक सभी देशवासी तिरंगे के रंग में सराबोर हैं

Updated on: 15 Aug 2019, 05:51 PM

नई दिल्ली:

स्वतंत्रता दिवस की धूम देशों में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है. जश्ने आजादी के रंग में सभी लोग रंगे नजर आए. यूनाइटेड किंगडम (UK) में भारतीय उच्चायुक्त रूचि घनश्याम ने लंदन में भारत के दूतावास में तिरंगा फहराया. आज ही के दिन अंग्रेजों की लगभग 200 साल की गुलामी से आजादी मिली थी. पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस की धूम है. कश्मीर से कन्याकुमारी तक सभी देशवासी तिरंगे के रंग में सराबोर हैं. विदेश में भी कई जगह तिरंगा फहराया गया है. वहीं नेपाल में भी तिरंगा फहराया गया. नेपाल स्थित भारतीय दूतावास में तिरंगा शान से फहराया गया.

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अटारी-बाघा बॉर्डर पर भी स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया. सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया. देश भक्ति गाने पर कार्यक्रम प्रस्तुत सभी लोगों को राष्ट्र के प्रति जज्बा पैदा कर दिया. आज तिरंगा फहराता है अपनी पूरी शान से. हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से. कश्मीर से कन्याकुमारी तक, सियाचीन की बर्फीली पहाड़ियों से लेकर रेगिस्तान की तपती रेत तक. आज के दिन यानि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शान से तिरंगा लहराता है. लेकिन क्या आप जानते हैं तिरंगे का इतिहास क्या है?

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पहला राष्ट्रीय ध्वज 7 अगस्त 1906 को पारसी बागान चौक कोलकाता में फहराया गया. इस झंडे में केसरिया रंग सबसे उपर, बीच में पीला, और सबसे नीचे हरे रंग का इस्तेमाल किया गया था. दूसरा ध्वज 1908 में भीकाजी कामा ने जर्मनी में तिरंगा झंडा लहराया, इस तिरंगे में सबसे ऊपर हरा रंग था, बीच में केसरिया, सबसे नीचे लाल रंग था. तीसरा ध्वज, 1916 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने एक निश्चित ध्वज निर्माण करने का फैसला किया. इस ध्‍वज में 5 लाल और 4 हरी क्षैतिज पट्टियां थीं