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सावधान पाकिस्तान, भारतीय वायुसेना के पास आ रहे हैं सुखोई और मिग के उन्नत संस्करण

लड़ाकू विमान के बेड़ों को और मजबूती देने के लिए वायुसेना उन्नत मिग-29 श्रेणी के 21, तो सुखोई-30 के दर्जन भर विमान हासिल करने जा रही है.

Updated on: 30 Aug 2019, 06:32 AM

highlights

  • वायुसेना उन्नत मिग-29 श्रेणी के 21, तो सुखोई-30 के दर्जन भर विमान हासिल करेगी.
  • मिग-29 लड़ाकू विमानों के उन्नत संस्करणों की पेशकश रूस ने की ही थी.
  • फिलहाल भारतीय वायु सेना के पास मिग-29 विमानों की तीन स्क्वाड्रन हैं.

नई दिल्ली.:

पाकिस्तान और चीन से विभिन्न मसलों पर विवाद और तनाव के बीच भारतीय वायुसेना ने अपने सुदृढ़ीकरण के प्रयासों को और गति देनी शुरू कर दी है. लड़ाकू विमान के बेड़ों को और मजबूती देने के लिए वायुसेना उन्नत मिग-29 श्रेणी के 21, तो सुखोई-30 के दर्जन भर विमान हासिल करने जा रही है. इसके तहत आने वाले कुछ हफ्तों में रक्षा मंत्रालय संग होने वाली उच्च स्तरीय बैठक में इस बाबत प्रस्ताव लाया जाएगा.

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सुखोई से वायु सेना का बना रहेगा संतुलन
सुखोई-30 लड़ाकू विमानों को बेड़े में शामिल करने की एक बड़ी वजह यही है कि हाल के दिनों में हुई कई दुर्घटनाओं में भारतीय वायु सेना ने अपने कई सुखोई विमानों को खोया है. ऐसे में दर्जन भर सुखोई विमानों की मदद से वायु सेना सुखोई बेड़े में 272 विमानों की संख्या बरकरार रख सकेगा. गौरतलब है कि भारत ने बीते एक-डेढ़ दशक में ही सुखोई-30 के 272 विमान हासिल किए थे. भारतीय वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि इतने विमानों से वायु सेना अपनी जरूरतों को पूरा कर सकेगी.

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रूस से लेगा उन्नत मिग-29 विमान
इसके अलावा भारतीय वायुसेना रूस से मिग-29 के उन्नत 21 विमान हासिल करेगी. रूस ने ही इन विमानों की पेशकश की थी. मिग-29 लड़ाकू विमानों का यह उन्नत संस्करण इस पेशकश का खास हिस्सा है. इसमें राडार और अन्य उपकरण भारत की बदलती जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हैं. इस सौदे को लेकर बातचीत काफी आगे बढ़ चुकी है और उम्मीद है कि इस पर जल्द ही अंतिम मुहर भी लगा दी जाएगी. भारतीय वायु सेना इस विमान की खूबियों और भौगोलिक जरूरतों को लेकर अध्ययन भी कर चुकी है.

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पहले से काफी अलग हैं मिग-29 विमान
गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना मिग-29 विमान काफी समय से उड़ा रही है. भारतीय पायलट भी इससे बखूबी वाकिफ हैं, लेकिन रूस जिन आधुनिक संस्करण के विमान दे रहा है वह पहले से विद्यमान मिग-29 विमानों से अलग हैं. भारतीय वायुसेना मिग-29-के विमान को लेकर ज्यादा सहज नहीं रही है. इस संस्करण के लड़ाकू विमानों की देखभाल न सिर्फ मुश्किल है, बल्कि इसकी सेटिंग्स भी बदल जाती हैं. फिलहाल भारतीय वायु सेना के पास मिग-29 विमानों की तीन स्क्वाड्रन हैं, जो अपग्रेड होते रहे हैं.