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गरीबी, जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद का मुकाबला करने में भारत विश्व का नेतृत्व करेगा:गोयल

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि 21 वीं सदी में गरीबी, आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने में भारत विश्व का नेतृत्व करेगा. गोयल ने यहां एक निजी विश्वविद्यालय में ‘पर्यावरण कानून: चुनौतियां एवं समाधान’ विषय पर दो दिवसीय सम्मेलन क

Updated on: 17 Nov 2019, 01:00 AM

मोहाली:

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि 21 वीं सदी में गरीबी, आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने में भारत विश्व का नेतृत्व करेगा. गोयल ने यहां एक निजी विश्वविद्यालय में ‘पर्यावरण कानून: चुनौतियां एवं समाधान’ विषय पर दो दिवसीय सम्मेलन के उदघाटन सत्र को संबोधित करते हुए यह कहा.

उन्होंने कहा, ‘जब गरीबी, आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने की बारी आएगी तब भारत 21 वीं सदी में विश्व का नेतृत्व करेगा...और मेरे मन में कोई संदेह नहीं है कि भारत का हर नागरिक इसमें एक भूमिका निभाएगा.’ रेलवे, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री गोयल ने कहा कि समाज की जरूरत के लिये, खास तौर पर गरीबी उन्मूलन को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण और विकास प्रक्रिया में संतुलन बनाए रखने की अत्यधिक जरूरत है.

मंत्री ने प्रकृति का सम्मान करने और संरक्षित रखने के मुद्दे पर जोर देने के लिये कौटिल्य के अर्थशास्त्र और अशोक (मौर्य वंश के शासक) के शिलालेखों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि देश स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ रहा. भारतीय रेल का चरणबद्ध तरीके से 100 फीसदी विद्युतीकरण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मैंने यह लक्ष्य निर्धारित किया है कि अगले चार बरसों में भारतीय रेल विद्युत चालित रेल बन जाएगी. यह दुनिया में प्रथम स्थान हासिल कर लेगी. 

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गोयल ने ईलेक्टिक(ई)-वाहन के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह भारत के लिये एक अनूठा अवसर मुहैया कर रहा है और अरबों डॉलर विदेशी मुद्रा बचाने में मदद कर सकता है. उन्होंने भाजपा सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि 90 फीसदी से अधिक परिवारों के पास रसोई गैस का कनेक्शन हो गया है और स्वच्छता कवरेज भी 90 प्रतिशत से अधिक हो गया है. उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि पर्यावरण के मुद्दे के हल के लिये मिशनरी तत्परता की जरूरत है. एक स्वस्थ पर्यावरण अच्छी अर्थव्यवस्था सुनिश्चित करता है. न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) स्वतंत्र कुमार ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य लोगों के बीच और खासतौर पर युवाओं के बीच पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाना है.