logo-image

राफेल सौदे का बचाव करने वाले वायुसेना प्रमुख को मिला अनूठा सम्मान, लड़ाकू विमानों का नंबर होगा BS

इस सम्मान के तहत बीएस धनोआ के नाम के दो अक्षर BS अब 30 राफेल लड़ाकू विमानों के 'टेल नंबर' बतौर अंकित होंगे.

Updated on: 09 Dec 2019, 08:02 AM

highlights

  • बीएस धनोआ के नाम के दो अक्षर BS राफेल के 'टेल नंबर' होंगे.
  • आधा दर्जन राफेल प्रशिक्षण विमानों के टेल नंबर पर RB अक्षर दर्ज हैं.
  • चार राफेल विमानों की पहली खेप मई 2020 तक भारत आएगी.

New Delhi:

इसे बेहद अद्भुत संयोग कहा जाएगा. एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कीमतों के मामले में राफेल सौदे को ही कठघरे में खड़ा करने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी से मुलाकात कर रहे थे, दूसरी ओर वायुसेना राफेल सौदे का समर्थन करने के लिए पूर्व एयरफोर्स प्रमुख एयर चीफ मार्शल (सेवानिवृत्त) बीएस धनोआ को ऐतिहासिक सम्मान देने की योजना पर काम कर रही थी. इस सम्मान के तहत बीएस धनोआ के नाम के दो अक्षर BS अब 30 राफेल लड़ाकू विमानों के 'टेल नंबर' बतौर अंकित होंगे.

यह भी पढ़ेंः Petrol Price Today 9 Dec: दिल्ली में पेट्रोल हुआ 75 रुपये लीटर, डीजल भी 22 पैसे तक महंगा

प्रशिक्षण विमानों पर अंकित है RB
गौरतलब है कि इसके पहले आधा दर्जन राफेल प्रशिक्षण विमानों के टेल नंबर पर RB अक्षर दर्ज हैं, जो मौजूदा वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया के नाम का प्रतिनिधित्व करते हैं. उन्हें भी यह सम्मान इसलिए दिया गया, क्योंकि उन्होंने विमान खरीद का करार कराने में वार्ताकार के तौर पर अहम भूमिका निभाई. 36 राफेल विमानों में से छह विमान प्रशिक्षक हैं, जबकि 30 विमान लड़ाकू हैं. प्रशिक्षक विमान दो सीट वाले होंगे और उनमें लगभग वे सभी चीजें होंगी जो लड़ाकू विमानों में होंगी.

यह भी पढ़ेंः अगर मेरी बात नहीं मानी तो फेल कर दूंगा, 'बात' सुन कांप गईं Girl Students

कीमतों को लेकर हुआ भारी वितंडा
राफेल की कीमतों में हेराफेरी का आरोप लगा कर कांग्रेस और विपक्ष ने मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की थी. यहां तक कि यह लोकसभा चुनाव में एक प्रमुख मुद्दा भी बना, लेकिन अंततः सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद इस विवाद का लगभग पटाक्षेप हो गया है. हालांकि राफेल खरीदने को लेकर तत्कालीन एयर फोर्स प्रमुख बीएस धनोआ ने खुलकर समर्थन किया था. साथ ही राफेल सौदे का बचाव भी किया था. गौरतलब है कि फ्रांस की कंपनी दसॉ एविएशन से 59 हजार करोड़ रुपए में 36 राफेल विमान खरीदने को लेकर काफी राजनीतिक विवाद हुआ है.

यह भी पढ़ेंः अमित शाह आज पेश करेंगे नागरिकता (संशोधन) विधेयक, कांग्रेस समेत विपक्ष के विरोध में होने से सियासी संग्राम तय

तत्कालीन वायुसेना प्रमुख ने राफेल सौदे को था सराहा
वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'प्रशिक्षक राफेल विमानों को छोड़कर सभी राफेल लड़ाकू विमानों के टेल नम्बर में 'बीएस' होगा. पूर्व वायुसेना प्रमुख ने हमें ये विमान दिलाने के लिए जो भूमिका निभाई है, उसके लिए उन्हें धन्यवाद कहने का यह हमारा तरीका है.' धनोआ वायुसेना में अपनी 41 वर्षों की सेवा के बाद सितंबर में सेवानिवृत्त हो गए थे. उन्होंने कहा था कि करार में कुछ भी गलत नहीं हुआ और बल को अपनी लड़ाकू क्षमताओं को बढ़ाने के लिए विमानों की जरूरत है.

यह भी पढ़ेंः IND vs WI, 2nd T20: वेस्टइंडीज ने भारत को 8 विकेट से हराया, यहां पढ़ें Full Match Report

भारत को मिल चुके हैं तीन विमान
राफेल विमान आधुनिक हथियारों से लैस हैं. तीन राफेल विमान पहले भारत को सौंपे जा चुके हैं और फ्रांस में भारतीय वायुसेना के पायलटों को प्रशिक्षण देने के लिए इनका इस्तेमाल हो रहा है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आठ अक्टूबर को फ्रांस में पहला राफेल विमान प्राप्त किया था. चार राफेल विमानों की पहली खेप मई 2020 तक भारत आएगी.