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हिमाचल चुनाव परिणाम: BJP के सीएम उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल को उनके ही पूर्व सलाहकार ने हराया

हिमाचल प्रदेश में कड़कड़ाती ठंड के बीच आये चुनाव परिणाम ने सियासी पारा चढ़ा दिया है। पांच साल बाद एक बार फिर राज्य की जनता ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर भरोसा जताया है।

Updated on: 19 Dec 2017, 12:23 AM

नई दिल्ली:

हिमाचल प्रदेश में कड़कड़ाती ठंड के बीच आये चुनाव परिणाम ने सियासी पारा चढ़ा दिया है। पांच साल बाद एक बार फिर राज्य की जनता ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर भरोसा जताया है। लेकिन राज्य बीजेपी के अध्यक्ष सतपाल सत्ती और पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा।

अब सवाल यह है कि बीजेपी राज्य की कमान किसे सौंपेगी। बीजेपी राज्य में दो-तिहाई बहुमत के साथ 68 सदस्यीय विधानसभा में 44 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं सत्तारूढ़ कांग्रेस ने 21 सीटों पर जीत दर्ज की। जबकि 3 सीटों पर अन्य ने बाजी मारी।

दिलचस्प बात यह है कि हिमाचल साल 1985 से वैकिल्पक रूप से कभी कांग्रेस तो कभी भारतीय जनता पार्टी को चुनता आया है। साल 2012 में कांग्रेस ने 36 सीटें जीतीं, जबकि बीजेपी को 26 सीटों से संतोष करना पड़ा, वहीं छह सीटें निर्दलीय नेताओं के हाथ लगीं।

प्रेम कुमार धूमल कांग्रेस के दिग्गज नेता रजिंदर सिंह राणा से 2933 वोटों से हारे। राणा धूमल के मीडिया सलाहकार रह चुके हैं। राणा एक जमाने में धूमल के करीबियों में शुमार थे।

उन्होंने 2012 में टिकट न दिए जाने को लेकर बगावत कर दी थी और पार्टी से नाता तोड़ लिया था। उन्होंने सुजानपुर से निर्दलीय चुनाव लड़ा था और बीजेपी प्रत्याशी उर्मिल ठाकुर पर जीत दर्ज की थी।

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बाद में राणा ने कांग्रेस का हाथ थामा और 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए अपनी विधानसभा सीट छोड़ दी जहां उन्हें अनुराग ठाकुर से हार का सामना करना पड़ा। सुजानपुर सीट पर हुए उप चुनाव में कांग्रेस ने राणा की पत्नी अनीता राणा को चुनाव मैदान में खड़ा किया लेकिन उन्हें बीजेपी के नरेंद्र ठाकुर ने 500 से ज्यादा मतों से शिकस्त दी।

आपको बता दें कि हिमाचल चुनाव से ठीक पहले बीजेपी ने दो बार मुख्यमंत्री रह चुके प्रेम कुमार धूमल का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए घोषित किया था। सुजानपुर सीट बीजेपी के लिए हमेशा मुश्किल रही है।

धूमल पर कांग्रेस ने सुजानपुर में बाहरी होने का आरोप लगाया था। राणा के स्थानीय लोगों से गहरे जुड़ाव और बीजेपी उम्मीदवार पर बाहरी होने के आरोप के मद्देनजर धूमल ने वादा किया था कि वह सुजानपुर के लोगों के लिए यहां एक मुख्यमंत्री कैंप ऑफिस खोलेंगे।

राज्य बीजेपी अध्यक्ष को मिली शिकस्त
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सतपाल सती ऊना से चुनाव हार गए। सतपाल सती को सतपाल रायजादा ने 3196 वोटों से हराया।

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