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मनोहर पर्रिकर की सुरक्षा बढ़ाने को लेकर गोवा कांग्रेस ने राष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी

राफेल डील से जुड़े एक ऑडियो क्लिप जारी करने के बाद मचे राजनीतिक बवाल के बाद कांग्रेस पार्टी ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की सुरक्षा बढ़ाने को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिखी है.

Updated on: 05 Jan 2019, 05:12 PM

पणजी:

राफेल डील से जुड़े एक ऑडियो क्लिप जारी करने के बाद मचे राजनीतिक बवाल के बाद कांग्रेस पार्टी ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की सुरक्षा बढ़ाने को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिखी है. कांग्रेस ने 2 जनवरी को ऑडियो क्लिप जारी कर दावा किया था कि मनोहर पर्रिकर के बेडरूम में राफेल डील से जड़ी सभी फाइलें रखी हुई हैं. गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सीएम की सुरक्षा बढ़ाने की मांग करते हुए राष्ट्रपति को लिखा, 'जो लोग राफेल डील की जानकारियां लोगों के सामने नहीं आने देना चाहते हैं, वे फाइलों को हासिल करने के लिए उनकी (पर्रिकर) जान लेने का प्रयास कर सकते हैं. क्योंकि इससे इस डील में हुए भ्रष्टाचार साबित हो जाएंगे.'

गौरतलब है कि 2 जनवरी को कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे और एक अन्य व्यक्ति के बीच हुई बातचीत का ऑडियो क्लिप जारी किया था जिसमें कथित तौर पर राफेल से जुड़ी फाइलें मनोहर पर्रिकर के रूम में होने का दावा किया गया था. इस ऑडियो में राणे को कहते हुए सुना जा रहा है कि हाल ही में हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में पर्रिकर ने कहा था कि राफेल सौदे से जुड़ी फाइलें उनके निजी आवास के बेडरूम में हैं.

इस ऑडियो क्लिप को लेकर संसद के भीतर भी तीखी बहसें हुई थी. लोकसभा में राफेल पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ऑडियो क्लिप सुनाने की मांग की थी लेकिन स्पीकर सुमित्रा महाजन ने मना कर दिया था. राहुल गांधी ने इस ऑडियो क्लिप की विश्वसनीयता की जिम्मेदारी लेने से इंकार कर दिया था.

सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस सौदे पर सफाई देने और उन फाइलों को सार्वजनिक करने के लिए कहा था, 'जिनका उपयोग पर्रिकर केंद्र और भाजपा को धमकी देने के लिए कर रहे हैं.'

इस ऑडियो क्लिप को लेकर जवाब देते हुए गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने ट्वीट किया था, 'कांग्रेस पार्टी के द्वारा जारी की गई ऑडियो क्लिप तथ्यों को निराशाजनक तरीके से तोड़ने का प्रयास हैं. राफेल पर सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के बाद कांग्रेस का झूठ उजागर हो गया है. इस तरह की कोई चर्चा कैबिनेट या किसी और मीटिंग में नहीं हुई है.'

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वहीं मंत्री विश्वजीत राणे ने कांग्रेस द्वारा जारी ऑडियो टैप के साथ छेड़छाड़ का दावा किया था. उन्होंने कहा था कि पर्रिकर ने राफेल पर कभी बात ही नहीं की. इस मुद्दे पर राणे ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखकर राष्ट्रीय एजेंसी से जांच कराने का अनुरोध किया था.

राणे ने कहा, 'वे (कांग्रेस) राफेल को सनसनीखेज करने की कोशिश कर रहे हैं। केंद्रीय एजेंसियों को इस मामले की जांच करनी चाहिए, ताकि चीजें सामने आ सकें। इस विषय पर चर्चा करने का कोई सवाल ही नहीं है.'