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रैनबैक्सी (Ranbaxy) के पूर्व प्रोमोटर और रेलीगेयर (Religare) के पूर्व सीएमडी को ED ने किया गिरफ्तार

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रेनबैक्सी (Ranbaxy) के पूर्व प्रोमोटर मलविंदर सिंह और रेलीगेयर (Religare) के पूर्व सीएमडी सुनील गोडवानी को रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (RFL) के फंड गबन मामले में गिरफ्तार किया है.

Updated on: 14 Nov 2019, 06:42 PM

नई दिल्ली:

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रेनबैक्सी (Ranbaxy) के पूर्व प्रोमोटर मलविंदर सिंह और रेलीगेयर (Religare) के पूर्व सीएमडी सुनील गोडवानी को रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (RFL) के फंड गबन मामले में गिरफ्तार किया है. आरोप है कि इन्होंने गलत तरीके से फंड की गड़बड़ी की. फिलहाल ईडी इनसे पूछताछ कर रही है. 

फोर्टिस हेल्थकेयर (Fortis Healtcare) और दवा कंपनी रैनबैक्सी (Ranbaxy) के पूर्व प्रमोटर मलविंदर मोहन सिंह (Malvinder Mohan Singh) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में रेलिगेयर एंटरप्राइजेज (Relagare Enterprises) के पूर्व सीएमडी सुनील गोडवानी (Sunil Godhwani) की भी गिरफ्तारी हुई है. प्रवर्तन निदेशलाय ने रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (आरएफएल) घोटाला मामले में ये कार्रवाई की है.

यह है मामला

रेलिगेयर ग्रुप को कुल 3,000 करोड़ रुपए की चपत लगाने में मलविंदर मोहन सिंह (एमएमएस) और शिविंदर मोहन सिंह (एसएमएस) की मुख्य भूमिका थी. कंपनी से पहले के बकाये के तौर पर जिस दिन भुगतान प्राप्त किया गया, उसी दिन उसी कंपनी को उतनी ही राशि या उससे अधिक राशि दी गई. कुछ मामले में बहीखाते की प्रविष्टियां पूर्व की तारीखों में की गई, जबकि दोबारा भुगतान उसी दिन या एक से दो दिन के अंतराल में किया गया, जब उसी कंपनी को या कुछ अन्य कंपनियों को पैसे दिए गए.