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Flashback 2019: पुलवामा आतंकी हमले से रो पड़ा था पूरा देश

पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमला किया था, जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के 40 जवान शहीद हो गए थे.

Updated on: 22 Dec 2019, 05:18 PM

नई दिल्‍ली:

Flashback 2019 on Pulwama attack: देश के इतिहास में 14 फरवरी 2019 काला दिन था. इस दिन पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमला किया था, जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के 40 जवान शहीद हो गए थे. इससे हिन्दुस्तान रो पड़ा था. इसके बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक कर अपने शहीद जवानों का बदला लिया.

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बता दें कि कश्मीर में आतंकवाद के सफाए के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन ऑलआउट से बौखलाए आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने दक्षिण कश्मीर के अवंतीपुरा में सुरक्षाबलों के खिलाफ बड़े हमले को अंजाम दिया, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. आतंकियों ने सीआरपीएफ जवानों से भरी गाड़ी में आईईडी ब्लास्ट किया, जिससे गाड़ी के परखच्चे उड़ गए थे और शहीद जवानों के अंग सड़कों पर बिखर गए थे.

गौरतलब है कि खुफिया विभाग ने एक हफ्ते पहले ही सुरक्षाबलों के खिलाफ इस तरह के हमले की आशंका जताई थी और कहा था कि आतंकी काफिले के रास्ते में आईईडी ब्लास्ट कर सकते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक सीआरपीएफ की तीन बटालियन का मूवमेंट हो रहा था जिस दौरान आतंकियों ने हमला बोला था. बताया जा रहा है कि इन तीनों बटालियनों में करीब 2400 सीआरपीएफ के जवान शामिल थे. सीआरपीएफ के एक बटालियन में 800 जवान होते हैं और इनके मूवमेंट में करीब 70 गाड़ियां थीं.

आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के प्रवक्ता मोहम्मद हसन ने हमले के बाद एक बयान जारी कर कहा था कि जवानों के दर्जनों गाड़ियों को धमाके में बर्बाद कर दिया गया. प्रवक्ता ने बारूद से लदे गाड़ी के ड्राइवर का नाम आदिल अहमद बताया, जोकि कश्मीर के गुंडी बाग (पुलवामा) का ही रहने वाला था. जिस आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने इस घटना की जिम्मेदारी ली है उसका मुखिया मौलाना मसूद अजहर पाकिस्तान सरकार के छत्र-छाया में रहता है.

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सीआरपीएफ के शहीद 40 जवानों में से 12 जांबाज उत्तर प्रदेश शामिल थे. इनमें दो शामली जिले के जवान थे. इस हमले के बाद पूरा हिन्दुस्तान रो पड़ा था. हर कोई चाहता था कि पीएम नरेंद्र मोदी शहीद जवानों का बदला लें. पाकिस्तान भी जानता था कि भारत को बड़ी कार्रवाई जरूर करेगा, इसलिए उसने अपनी सीमा का टाइट कर दिया था.

इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने तीनों सेनाओं को आतंकवादी पर कार्रवाई की खुली छूट दे दी. पाकिस्तान की सेना जमीन पर भारत के जवानों का इंतजार करती रही और भारतीय वायुसेना आसमान में उड़ते हुए पाकिस्तान में घुस गई. इस बाद इंडियन एयरफोर्स के जवानों ने पाकिस्तान के बालाकोट में बम बरसाए, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के कई आतंकवादी ढेर हो गए थे.