logo-image

Cyclone Fani: तू-फानी Cyclone के देखिए दिल दहलाने वाले 6 Video

ओडिशा व पश्चिम बंगाल (West Bengal) के तटीय इलाके के मछुआरों को 2 मई से समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी गई थी.

Updated on: 03 May 2019, 01:45 PM

नई दिल्ली:

Fani Cyclone फानी तूफान: बंगाल की खाड़ी से चक्रवाती तूफान 'फानी' (Fani) ओडिशा (Odisha) के पुरी में पहुंच चुका है ओडिशा, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में यह तूफान 'बेहद खतरनाक चक्रवात' का रूप ले सकता है. इससे बचने के लिए मछुआरों को ओडिशा व पश्चिम बंगाल (West Bengal) के तटीय इलाके के मछुआरों को 2 मई से समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी गई थी. यहां वीडियो में देखिए फानी तूफान का रौद्र रूप.

यह भी पढ़ें- नासा (NASA) ने जारी की फानी चक्रवात की तस्‍वीरें

फानी तूफान ने बारिश और तेज हवाओं ने भुवनेश्वर के पुरी तट पर 175 किमी / प्रति घंटे से ऊपर की गति से हवाएं चलीं

यह भी पढ़ें- ओडिशा के तट से आज टकराएगा भयंकर तूफान 'फानी', कई उड़ानों सहित 223 ट्रेनें रद्द

जानकारों का कहना है कि हवा अगर 90 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलती है तो पेड़ उखड़ जाते हैं, जबकि फानी की रफ्तार 180 किलोमीटर प्रति घंटे की है. इसी से तटीय इलाकों में तूफान का अंदाजा लगाया जा सकता है.

यह भी पढ़ें- Cyclone Fani की तबाही से बचने के लिए इस तरह से रहना होगा सतर्क, जानिए प्रमुख बातें

फानी के आने के दौरान शुक्रवार को समुद्री तट के पास पेड़ उखड़ने लगे थे. गनीमत की बात ये है कि समुद्री इलाकों से लोगों को पहले ही निकाला जा चुका है.

शुक्रवार सुबह तक फानी तूफान पुरी से करीब 250 किमी की दूरी पर था, लेकिन पुरी के तट को छूने के दौरान इसकी रफ्तार 180 किलोमीटर प्रति घंटा मापी गई.

यह भी पढ़ें- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोपिक अब इस तारीख को रिलीज होगी

पुरी प्रशासन ने यहां आए हुए पर्यटकों को दो मई तक पुरी से पलायन कर जाने का निर्देश दिया है. इसके पहले सरकार की ओर से आने वाले दिनों में पर्यटकों की यात्रा रद करने का भी निर्देश दिया गया है.

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया है कि भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना ने राहत एवं बचाव अभियानों के लिए जहाजों तथा हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है. आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना की टुकड़ियों को भी तैयार रखा गया है. एनडीआरएफ (NDRF) आंध्र प्रदेश में 41 टीमों, ओडिशा में 28 और पश्चिम बंगाल में 5 टीमों को तैनात कर रहा है. एनडीआरएफ (NDRF) की एक टीम में लगभग 45 कर्मी होते हैं.