logo-image

आज दिल्‍ली पुलिस का असली इम्तिहान, जुमे की नमाज और जामिया में मार्च को लेकर अलर्ट

दिल्‍ली में फैली हिंसा (Delhi Violence) के बाद आज जुमे की पहली नमाज है. इस दौरान कानून व्‍यवस्‍था को संभाले रखना दिल्‍ली पुलिस के लिए किसी परीक्षा से कम नहीं है.

Updated on: 28 Feb 2020, 09:39 AM

नई दिल्‍ली:

दिल्‍ली पुलिस (Delhi Police) के लिए आज का दिन किसी चुनौती से कम नहीं है. दिल्‍ली में फैली हिंसा (Delhi Violence) के बाद आज जुमे की पहली नमाज है. इस दौरान कानून व्‍यवस्‍था को संभाले रखना दिल्‍ली पुलिस के लिए किसी परीक्षा से कम नहीं है. दिल्‍ली पुलिस के लिए दूसरी सबसे बड़ी चुनौती जामिया में मार्च निकालने को लेकर है. हिंसा में नाकामी के आरोपों के बीच देखना होगा कि दिल्‍ली पुलिस इस दोहरी चुनौती से कैसे निपट पाती है. पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) और हाई कोर्ट ने भी दिल्‍ली पुलिस की कार्यशैली को कठघरे में खड़ा करते हुए तल्‍ख टिप्‍पणियां की थीं. साथ ही ब्रिटेन और अमेरिका की पुलिस की तरह काम करने की नसीहत भी दी थी.

तनाव के बीच आज शुक्रवार को दिल्‍ली में जुमे की नमाज पढ़ी जाएगी. दिल्‍ली पुलिस की कोशिश होगी कि सब कुछ शांतिपूर्वक निपट जाए. दिल्‍ली पुलिस का सारा फोकस आज जुमे की नमाज को लेकर कानून-व्‍यवस्‍था संभालने पर होगी. दूसरी ओर, जामिया में मार्च को लेकर भी दिल्‍ली पुलिस टेंशन में होगी. जुमे की नमाज पढ़ने के बाद आज शुक्रवार को जामिया में मार्च निकालने का आह्वान किया गया है. जामिया के जामा मस्जिद से सेंट्रल कैंटीन तक मार्च निकाला जाएगा. पुलिस की कोशिश होगी कि ये मार्च शांतिपूर्वक निकल जाए और कोई भी अप्रिय घटना न हो.

यह भी पढ़ें : जब पीएम मोदी-ट्रंप बात कर रहे थे तब दंगों में झुलस रहे थे लोग, जानें विदेशी मीडिया ने दिल्‍ली दंगों पर क्‍या कहा

नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में दो दिनों से शांति कायम है और इस बीच हिंसा की कोई खबर नहीं आई है. आलोचनाओं से घिरी दिल्‍ली पुलिस के लिए यह राहत की बात है. दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा का कहना है कि पुलिस ने 48 मुकदमे दर्ज किए हैं और 106 लोग गिरफ्तार किए गए हैं.

रंधावा ने कहा, हिंसा के कई सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए हैं. कइयों की पहचान की गई है. गिरफ्तारी के लिए रेड चल रही है. हिंसाग्रस्‍त इलाकों में अब शांति कायम है. गुरुवार को हिंसा की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एसआईटी गठित की है और सभी मुकदमों को एसआईटी को ट्रांसफर कर दिया गया है.

यह भी पढ़ें : दिल्ली हिंसा : एसआईटी ने शुरू की जांच, मीडिया और चश्मदीदों से मांगे 7 दिन में सबूत

हिंसा की जांच के लिए दो टीमें बनाई गई हैं- एक टीम DCP राजेश देव के नेतृत्‍व में तो दूसरी जॉय टर्की के नेतृत्‍व में बनाई गई है. दोनो टीमों में चार-चार ACP होंगे. ACP क्राइम बीके सिंह की अगुवाई में यह SIT काम करेगी.