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कोरोना वायरस का खौफ शाहीनबाग में भी फैला, रविवार से 1 प्रदर्शनकारी सिर्फ 4 घंटे ही देगा धरना

कोरोना वायरस (Corona Virus) की मौजूदा परिस्थिति में फैसला किया है कि किसी भी प्रदर्शनकारी को अब चार घंटे से ज्यादा प्रदर्शन स्थल पर बैठने की इजाजत नहीं होगी.

Updated on: 21 Mar 2020, 02:32 PM

highlights

  • किसी भी प्रदर्शनकारी को अब चार घंटे से ज्यादा प्रदर्शन स्थल पर बैठने की इजाजत नहीं.
  • जनता कर्फ्यू के दौरान धरनास्थल पर माइक से किसी तरह की कोई घोषणा नहीं होगी.
  • भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या शनिवार को बढ़कर 288 हुई.

नई दिल्ली:

शाहीनबाग (Shaheen Bagh) में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में पिछले तीन महीने से चल रहे प्रदर्शन में शामिल प्रदर्शनकारियों ने कोरोना वायरस (Corona Virus) की मौजूदा परिस्थिति में फैसला किया है कि किसी भी प्रदर्शनकारी को अब चार घंटे से ज्यादा प्रदर्शन स्थल पर बैठने की इजाजत नहीं होगी. प्रदर्शनकारियों ने आईएएनएस को बताया कि कोरोना वायरस महामारी की बढ़ती समस्या के कारण रविवार (Sunday) से यहां आने वाला कोई भी प्रदर्शनकारी सिर्फ चार घंटे ही धरनास्थल पर रहेगा और उसके बाद वह यहां से चला जाएगा. यह व्यवस्था रविवार से लेकर कोरोना वायरस की समस्या समाप्त होने तक या कानून वापस होने तक जारी रहेगी.

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माइक से नहीं की जाएगी कोई घोषणा
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि रविवार को जनता कर्फ्यू के दौरान धरनास्थल पर माइक से किसी तरह की कोई घोषणा नहीं होगी. प्रदर्शनकारियों ने यह भी फैसला किया है कि प्रदर्शनस्थल पर बच्चे और बुजुर्ग मौजूद नहीं होंगे और विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से होगा. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने गुरुवार रात आठ बजे कोरोना वायरस को देखते हुए सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक जनता कर्फ्यू का ऐलान किया है. इसके बाद से ही लगातार यह सवाल उठ रहा है कि शाहीनबाग के लोग रविवार के दिन प्रदर्शन करेंगे या नहीं? इसके बाद ही शाहीनबाग की तरफ से यह फैसला किया गया है.

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भारत में कोविड-19 संक्रमण के 288 मामलों की पुष्टि
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या शनिवार को बढ़कर 288 हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, सुबह 9 बजे तक भारत में 285 मामले सामने आए थे, जिनमें से 22 को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. वहीं चार लोगों की संक्रमण के चलते मौत हो गई और 231 लोगों का इलाज चल रहा है. बाद में अन्य तीन नए मामले सामने आने के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 288 हो गया. हिमाचल प्रदेश में संक्रमण का पहला मामला सामने आया है. सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र की स्थिति सबसे खराब है. यहां से कुल 52 मामले सामने आ चुके हैं और एक मौत हुई है. इसके बाद केरल में 40 पुष्टि वाले मामलों के साथ स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है. दिल्ली और उत्तर प्रदेश से क्रमश: 26 और 24 मामले सामने आ चुके हैं.